लियाक़त शाह, भुसावल/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
भुसावल शहर में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है. इसलिए इस अवधि के दौरान आहार में उचित परिवर्तन आवश्यक है, शहर के नगर पालिका के चिकित्सा अधिकारी डॉ तौसीफ खान ने नागरिकों को ऐसी सलाह दी है. बरसात के मौसम में उमस भरा मौसम कपड़ों को गीला रखने और पानी को दूषित करने सहित कई समस्याओं का कारण बनता है. अन्य मौसमों की तुलना में देखा जाता है कि हर साल मानसून के दौरान स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ जाती हैं. हाल ही में बारिश की शुरुआत के साथ डॉ खान ने स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए जीवनशैली में बदलाव करने की सलाह दी है.
हल्का भोजन से अच्छा रहेगा स्वास्थ्य
इस बारे में बात करते हुए चिकित्सा अधिकारी डॉ तौसीफ खान ने कहा कि इस दौरान गर्म पानी पीना और हल्का भोजन करना ही लोगों के लिए लाभकारी होगा. इस अवघि के दौरान एलर्जी और अस्थमा जैसे विकार विकसित हो सकते है. इसलिए बारिश में ना भीगे, गीले कपडे के इस्तेमाल से बचे, अदरक, दालचीनी, हर्बल चाय का उपयोग करें, इस मौके पर डॉ खान ने कहा कि कोरोना के साथ सर्दी, जुखाम, बुखार और डेंगू के मामले भी बढ़ रहे है.
निवास परिसर को साफसुथरा रखें
बरसात के मौसम में अपने परिसर को साफ रखना बेहद जरूरी है. सर्द मौसम में अक्सर त्वचा संबंधी रोग भी हो जाते है. डॉ खान का कहना है कि यह अनुपात पानी में काम करने वालों में अधिक है. इसलिए जरूरी है कि पानी में काम करने के तुरंत बाद हाथ-पैर सुखाएं और हो सके तो रात को तेल से हाथ-पैर की मालिश करें. बारिश में नमी फंगस को बढ़ा देती है जिसके कारण कान बंद होने से दर्द होता है. इसलिए घर में रखे हुवे कूलर, पुराने टायरों, बर्तन आदि को खाली करवा लें.
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