संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
हवाई यात्रा जैसी सुविधाएं आरंभ होकर ग्वालियर में कई नई विमान सेवाओं को भी आरंभ किया जा चुका है। और तो और जो रेल बंद लाॅक डाउन में बन्द की वह सब रेल मार्ग पर दौड़ने को तैयार हैं और अधिकाश तो चल भी रही हैं लेकिन अफसोस और चिंताजनक है कि ग्वालियर से चलकर मुरैना अंचल क्षेत्र से नैरोगेज लाइन गुजरते हुए श्योपुर तक गई है इस नैरोगेज लाइन पर चलने वाली रेल लाॅक डाउन में भारत सरकार ने बन्द की थी जो कि गरीब लोगों की एक मात्र सहारा थी इसके न चलने से सभी आम आदमी को कई गुना अधिक किराया देकर भी पहुंचने के बाद भी जो मार्ग सुगम रहा वह उन को नसीब नहीं हुआ और अब तो लोगों को सपना जैसा ही लगने लगा है। कहने को तो ब्रॉडगेज में बदलने का भी काम चल रहा है जो अभी तक जमीन पर नहीं उतर सका है उसमे टाईम लगेगा इसको विभाग भी जानता है। बड़े अफसोस की बात है इसको बंद होने के बाद आज तक किसी ने राजनीतिक स्तर से या सामाजिक स्तर पर मांग नहीं उठाई न किसी ने उसके लिए हस्ताक्षर अभियान व ज्ञापन देने की जरूरत समझी। सदैव समर्पण भाव से समर्पित देश, समाज और मानवता की सेवा में संकल्पित वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता श्रीप्रकाश सिंह निमराजे (अध्यक्ष), गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने तुरंत अनलॉक करते हुए चालू की जाने का अनुरोध केन्द्रीय रेल मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री, वरिष्ठ रेल अधिकारियो से किया है। जिससे इस क्षेत्र के अंचल के लोगों को सस्ता सुलभ परिवहन मिल सके।