साबिर खान, गुरूग्राम (हरियाणा), NIT:
भीमसेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उनपर दर्ज देशद्रोह के मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ लिया है। तंवर के ऊपर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली थाने में राजद्रोह सहित कई गम्भीर धाराओं में मामला दर्ज है। शुक्रवार की देर शाम लखनऊ पुलिस भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर को गिरफ्तार करने के लिए उनके पैतृक गांव खांडसा में उनके निवास पर पहुंच गई। थाने के दरोगा महेश चंद्र शुक्ला अपनी पुलिस टीम के साथ नवाब सतपाल तंवर को गिरफ्तार करने पहुंचे लेकिन जन विरोध के चलते उत्तर प्रदेश की पुलिस को खाली हाथ बेरंग लौटना पड़ा।
जैसे ही यूपी पुलिस के आने की सूचना भीम सैनिकों को लगी वैसे ही बड़ी तादात में भीम सेना के भीम सैनिक नवाब सतपाल तंवर के निवास पर इक्कठा होना शुरू हो गए और लखनऊ पुलिस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। नवाब सतपाल तंवर के ऊपर योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बयानबाजी करने पर देशद्रोह (राजद्रोह) राष्ट्रद्रोह की धारा 124 ए, 153 ए (1) बी, 505 (1) बी, 120 बी आईपीसी और आईटी एक्ट 66 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा संख्या 0083 दर्ज किया गया है। जिसका मजबून जेल है और इसमें कोई रियायत मिलनी संभव नहीं है। ये मुकदमा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली थाना हलवासिया पुलिस चौकी उप निरीक्षक संजय यादव के द्वारा दर्ज कराया गया है। भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर पर योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर बयानबाजी करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि तंवर की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार उनके ऊपर रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) एनएसए के तहत भी कार्रवाई करके एक साल तक के लिए जेल में डाल सकती है साथ ही नवाब सतपाल तंवर पर साईबर आतंकवाद जैसी गंभीर धाराओं में कार्रवाई की जा सकती है।
भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर को गिरफ्तार करने के लिए योगी सरकार के पसीने छूट गए हैं। तंवर को गिरफ्तार करने पहुंची लखनऊ पुलिस को भारी जन विरोध का सामना करना पड़ा। नवाब सतपाल तंवर को लगभग गिरफ्तार किया जा चुका था लेकिन भीम सेना के भीम सैनिकों और नवाब सतपाल तंवर के समर्थकों ने उत्तर प्रदेश पुलिस का रास्ता रोक लिया। तंवर की गिरफ्तारी का विरोध किया गया। जिससे लखनऊ पुलिस को बेरंग वापिस लौटना पड़ा। पुलिस ने चेतावनी दी है कि नवाब सतपाल तंवर खुद लखनऊ आकर आत्मसमर्पण कर दें अन्यथा पूरी फोर्स लगाकर उन्हें गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी नवाब सतपाल तंवर की तलाश में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा छापेमारी की खबरें सामने आई थी। तंवर का ये जन समर्थन और कानूनी दांवपेंच योगी आदित्यनाथ की सरकार पर भारी पड़ रहा है। वहीं नवाब सतपाल तंवर अपने ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज पर अब भी लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार को चुनौती दे रहे हैं। राजद्रोह के इस मामले के अलावा नवाब सतपाल तंवर पर उत्तर प्रदेश के मेरठ, उन्नाव, मथुरा, सहारनपुर आदि कई जिलों में, हरियाणा के गुरुग्राम और झज्जर आदि जिलों सहित भारत के कई राज्यों में तीन दर्जन से अधिक केस दर्ज बताए जाते हैं। तंवर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के कई बड़े पुलिस अधिकारियों के खिलाफ गुरुग्राम में एससी/ एसटी एक्ट के तहत शिकायत भी दर्ज कराई है। भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर अपने ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चेतावनी दे रहे हैं कि उनकी गिरफ्तारी से देश में माहौल खराब होता है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इसके जिम्मेदार होंगे। तंवर ने योगी पर उनका एनकाउंटर करने या जेल में जान से मरवाने की साजिश रचने के आरोप लगाए हैं। बहरहाल भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर को गिरफ्तार करने पहुंची लखनऊ पुलिस को खाली हाथ बेरंग लौटना पड़ा है। मामला यहीं थमता नजर नहीं आ रहा है, मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ लिया है और योगी आदित्यनाथ सरकार पर देशद्रोह की धारा में बदले की भावना से कार्रवाई करने के आरोप लग रहे हैं कि योगी राजनीतिक षडयंत्र के तहत और तंवर की न्याय की आवाज को बंद कराने के लिए फर्जी मुकदमे दर्ज करा रहे हैं। नवाब सतपाल तंवर और भीम सेना योगी आदित्यनाथ के खिलाफ खुलकर मैदान आ गए हैं। भीम सेना के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर को गिरफ्तार किया गया तो पूरे देश में उग्र आंदोलन किए जाएंगे जिसे संभाल पाना सरकार के लिए मुश्किल हो जाएगा।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.