अशफाक कायमखानी, ब्यूरो चीफ, जयपुर (राजस्थान), NIT:
राजस्थान पुलिस सेवा के गुप्तचर विभाग में अधिकारी रहते हुये जैसलमेर के अकलवाड़ा गांव के रहने वाले फरार टाडा कानून आरोपी नजीर/पीरु को अपनी सूचनाओं पर गिरफ्तार कराने वाले नाचना में पोस्टेड रहे पुलिस अधिकारी मोहम्मद अय्यूब खान इसी 31 मई को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। तत्तकालीन समय में नाचना पोस्टेड रहते टाडा आरोपी नजीर की गिरफ्तारी के समय आरोपी के पास करीब दस करोड़ रुपयों की दस किलो हेरोइन व एक AK-47 भी बरामद होना काफी चर्चा का विषय बना था।
यूएनओ मेडल प्राप्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद अय्यूब खान अपनी कायमखानी बिरादरी में कुवंर सरवर खां के बाद अबतक के दूसरे पुलिस अधिकारी है जिन्होंने यूएनओ (कोसोवो) में अपनी सेवाएं दी हैं। अय्यूब खान जैसे बहुत कम अधिकारी होते हैं जो राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ACB में 17 साल से अधिक समय तक सेवाएं दे चुके हैं। एसीबी में रहते हुये इन्होंने रिश्वत लेने व देने वालों के अलावा IAS-IPS सहित 150 से अधिक मुकदमे बनाये व अधिकारियों व कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों ट्रेप किये थे। पुलिस की फिल्ड सर्विस में रहते हुये भी इन्होंने पोस्को व हत्या जैसे अनेक मामलों को त्वरित कार्यवाही करके सुलझा कर व उनका चालान करके विभागीय सेवा अच्छा नाम कमाया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अय्यूब खान वर्तमान में कमाण्डेंट, पुलिस मोटर ड्राविंग स्कूल, बीकानेर के पद पर पदस्थापित हैं जो इसी पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस पद पर पदस्थापित रहने से पहले खान सीओ बहरोड़, सूरतगढ़, सीकर ग्रामीण, करणपुरा व खेतड़ी में पदस्थापित रह चुके हैं। कुछ समय के लिये खान जयपुर में पुलिस अधीक्षक पद पर भी रह चुके हैं।
एएसआई पद पर चयनित होकर 25 मार्च 1983 को पुलिस गुप्तचर विभाग में सेवा देने की शुरुआत करने वाले खान 1986 में एसआई, 1997 में सीआई, 2013 डीवाईएसपी व 2019 में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद पर पद्दोन्नत हुये थे। इनके सेवा काल में खास बात यह भी रही की जब यह एसआई थे तो एसीबी में सीआई व जब सीआई थे तो एसीपी में डीवाईएसपी पद पर वन रैंक अप के तहत पदस्थापित रहे हैं।
अपनी पूरी पुलिस सेवा में आऊट स्टेंडिंग सीआर पाने वाले खान अपने खानदान की चौथी पीढ़ी के व्यक्ति हैं जिन्होंने पुलिस सेवा में सेवाएं दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अय्यूब खान के पड़दादा अहमद खा, दादा ताज मोहम्मद खा, पिता उम्मेद खान थानेदार जी) भी पुलिस विभाग में अधिकारी रह चुके हैं। खान के छोटे भाई अनवर खान के टीबी हनुमानगढ़ के सर्किल आफिसर रहते हुये का अचानक दिल का दौरा पड़ने से इंतेकाल हो चुका है। इसी खानदान की पांचवीं पीढ़ी के जवान व खान के भतीजे तौसीफ खान इंडो तिब्बत फोर्स पुलिस ITBP में अधिकारी पद पर कार्यरत हैं।
हमेशा से शिक्षा को लपक कर पकड़ने वाले खानदान से तालूक रखने वाले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अय्यूब खान ने अपने बेटे व बेटियों को भी आला तालीम दिलवाने की भरपूर कोशिशे की है। खान का बडा बेटा इंजीनियर आमिर खान सिविल में बी-टेक करके भिवाड़ी में सेवा कर रहा है। वहीं छोटा बेटा मेकेनिकल में बी-टेक करके आस्ट्रेलिया जाकर एम.टेक करके अब वहीं पर अच्छे पैकेज पर कार्यरत है। खान की बड़ी बेटी नतासा खान अंग्रेजी में एम.ए करने के बाद बी.एड किया है एवं छोटी बेटी सुरैया खान चिकित्सक है। कुदरत की जब मेहरबानी होती है तो चारों तरफ से होती है। खान के दोनों दामाद भी सीनियर चिकित्सक हैं। बडे़ दामाद अली हसन खान सीकर में हस्ती रोग विशेषज्ञ हैं। वहीं छोटे दामाद इमरान खान सवाईमानसिंह अस्पताल में चर्मरोग में पीजी कर रहे हैं।
कुल मिलाकर यह है कि अपने पुलिस सेवा काल में उत्कृष्ट सेवा करने वाले अधिकारी मोहम्मद अय्यूब खान के 31 मई को उनके सेवानिवृत्ति के समय उनके पूरे सेवाकाल में उत्कृष्ट सेवा के लिये उच्च अधिकारियों द्वारा अभिनंदन पत्र दिया जा सकता है। वहीं ऐसे होनहार अधिकारी के सेवानिवृत्त होने से उम्मीद की जाती है कि वो आगे भी खिदमत-ए-खल्क के लिये अपने आपको आगे आगे रखेंगे.
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