जलगांव महाराष्ट्र की प्रख्यात शिक्षण संस्थान इकरा एजुकेशन सोसायटी के सचिव हाजी गफ्फार मलिक का निधन, आज होगा अंतिम संस्कार | New India Times

सादिक़ शेख/मेहलका इकबाल अंसारी, जलगांव/बुरहानपुर, NIT:

जलगांव महाराष्ट्र की प्रख्यात शिक्षण संस्थान इकरा एजुकेशन सोसायटी के सचिव हाजी गफ्फार मलिक का निधन, आज होगा अंतिम संस्कार | New India Times

सन 2021 हमारे देश के लिए मनहूस साबित हो रहा है।2021 के कोरोना काल के कारण भारत की अनेक हस्तियों के देवलोक गमन का सिलसिला निरंतर जारी है. उसी कड़ी में खानदेश क्षेत्र, जलगांव जिला और विशेषकर बुरहानपुर के साहित्य क्षेत्रों में यह समाचार अत्यंत दुख के साथ पढ़ा और सुना जाएगा. जलगांव क्षेत्र के लोकप्रिय मुस्लिम नेता एनसीपी माइनॉरिटी फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष हाजी गफ्फार मलिक का आज रात अल्पा रोग के कारण सोमवार को रात्रि 10:30 बजे अकस्मात निधन हो गया। खानदेश क्षेत्र सहित आसपास और बुरहानपुर के क्षेत्र में इस दुखद घटना का समाचार सुनते ही शोक की लहर छा गई। हाजी गफ्फार मलिक ने तत्कालीन जलगांव नगर निगम और बाद में जलगांव नगर निगम सहित विभिन्न समितियों की अध्यक्षता की। तत्कालीन विधायक सुरेशदादा जैन के विश्वस्त सहयोगी के रूप में पहचाने जाने वाले श्री मलिक ने दादा के राकांपा छोड़ने के बावजूद पार्टी नहीं छोड़ी,बाद में वह पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष बने।
एनसीपी के मुस्लिम चेहरे के रूप में जाने जाने वाले गफ्फार मलिक ने 2014 में यावल-रावर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए। हाजी गफ्फार मलिक करीम सालार के निकटतम मित्र सहयोगी और विश्वासपात्र थे। तालीम-ए-अंजुमन मुस्लिमीन के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे गफ्फार मलिक ने भी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह इकरा एजुकेशन सोसाइटी के सचिव भी थे। इस समिति के अंतर्गत अनेक शिक्षण संस्थाएं स्कूल कॉलेज सहित बीएमएस का कॉलेज भी संचालित हो रहा है इसकी गिनती महाराष्ट्र के अग्रणी शिक्षण संस्थान में होती है। कहना उचित होगा कि यह शिक्षण संस्थान अब बरगद का पेड़ बनकर राष्ट्र के नौनिहालों के भविष्य को शिक्षा की ज्योति से अलंकृत कर रहा है, इस शिक्षा संस्थान में स्वर्गीय मलिक का भी योगदान शामिल है जिससे भुलाया नहीं जा सकता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहने के कारण मुस्लिम समुदाय के राज्य स्तरीय नेता के रूप में उन्हें राकांपा में काम करने का अवसर मिला। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार और अन्य महत्वपूर्ण नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध थे। अंतरिम विधान परिषद में भी उनका नाम चर्चा में था। उनके निधन पर बुरहानपुर से प्रख्यात शायर, मंच संचालक एवं प्राचार्य ताहिर नक्काश, पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता इकबाल अंसारी आईना, शिक्षाविद अकरम जिया अंसारी, सेवा सदन महाविद्यालय बुरहानपुर के उर्दू फारसी विभाग अध्यक्ष डॉक्टर एस एम शकील, डॉ जाकिर हुसैन कॉलेज बुरहानपुर के डॉक्टर शकील अहमद अंसारी, एनसीपी के पूर्व नेता एवं यूनानी महाविद्यालय बुरहानपुर के प्रोफेसर डॉक्टर फरीद काजी, मोमिन जमात बुरहानपुर के अध्यक्ष परवेज़ सलामत सहित बुरहानपुर के अनेक सामाजिक संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों, राजनैतिक नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित कर अल्लाह से दुआ की है कि अल्लाह उन्हें जन्नतुल फिरदौस में उच्च स्थान प्रदान करें और जलगांव सहित बुरहानपुर के उनके चाहने वालों को और विशेषकर उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। अल्लाह ताला उनका विकल्प भी अता फरमाए। उनका अंतिम संस्कार आज मंगलवार को संपन्न होगा।

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