मेहलका इकबाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने प्रदेश में लगभग 2 माह से लॉक डाउन लगा रखा है जिसके चलते आज पूरे प्रदेश का जनमानस घर में कैद हो कर रह गया है, इतना ही नहीं वह बेरोजगार भी हो गया. जहाँ इतने दिनों तक उसकी कमाई खत्म हुई तो दूसरी तरफ घर में रहने पर उसकी बिजली भी ज्यादा खर्च हुई परिणामस्वरूप बिलों में अनाप शनाप वृद्धि हो गई है. एक वेसे ही मध्यमवर्गीय बेचारा रोजी रोटी से परेशान है और ऊपर से अनाप शनाप बिलों ने उसका दिवाला निकालने में कोई कसर बाकी नहीं रख छोड़ी. अतः शिवराज सरकार मार्च, अप्रैल और मई में आये समस्त घरेलू बिजली बिलों को माफ करे। उक्त मांग करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजयसिंह रघुवंशी ने सरकार से मांग की है कि सरकार हमारी इस मांग को तत्काल पूरी करे तो ये आज की परिस्थिति में बड़ी सहायता होगी।
श्री रघुवंशी ने आरोप भी लगाया कि बड़े आश्चर्य का विषय है कि एक तरफ सरकार खुद लॉक डाउन कर सभी दुकानों पर ताले लगवा रही है तो फिर उन बन्द दुकानों के बिल प्रत्येक माह की भांति कैसे आ रहे हैं, ये तो आपदा में अवसर जैसा काम है। हालांकि पिछली बार के लॉक डाउन के बाद भी इस सरकार ने जनता को बिजली बिल माफ करने का चूरन दिया था किन्तु कुछ माह बाद उसे भी ब्याज सहित वसूला गया अर्थात यह सरकार विश्वास योग्य तो बिल्कुल नहीं है।अतः इस बार सरकार द्वारा इस प्रकार जनता की भावनाओं से खिलवाड़ ना करें बल्कि सच में घरेलू एवं दुकानदारों के तीन माह के समस्त बिल माफ कर अपनी खोई हुई विश्वसनीयता सिद्ध करें।
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