मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मौलाना वली रहमानी की याद में शोक सभा का आयोजन कर उनकी जीवनी पर रखे गऐ विचार | New India Times

अबरार अहमद खान/मुकीज़ खान, भोपाल (मप्र), NIT:

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मौलाना वली रहमानी की याद में शोक सभा का आयोजन कर उनकी जीवनी पर रखे गऐ विचार | New India Times

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेम्बर विधायक आरिफ मसूद द्वारा मौलाना सैय्यद मोहमद वाली रहमानी, जनरल सेक्रेटरी आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड एवं अमीर शरीयत बिहार, ओडिशा, झारखण्ड के इंतेकाल पर भोपाल के इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में एक शोक सभा का आयोजन किया गया। जिस में शहर के मशहूर इस्लामिक विद्वान मुफ्ती ए- शहर मुफ्ती अबुल कलाम कासमी साहब, नायब मुफ्ती रईस अहमद कासमी साहब एवं ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के मौलाना मसीह आलम सा., मुफ्ती अली कदर साहब, हसन भाई आदि ने अपने विचार रखे। सभा का संचालन मुफ्ती फैयाज अहमद साहब ने की। एम एस हसन पत्रकार के अलावा अच्छी तादाद में मुस्लिम धर्मावलम्बी शामिल हुए और मौलान वली रहमानी साहब के व्यक्तितव एवं उनके द्वारा किये गए सराहनीय कार्यों पर विस्तार से अपने-अपने विचार रखे।
शहर काजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी ने मौलाना की मगफिरत के लिए अल्लाह (ईश्वर) से उनके दरजात को बुलंद करके जन्नत में उच्चतम स्थान प्रदान करने की दुआ दुआ कराई।
इस अवसर पर शहर काज़ी सै. मुश्ताक अली नदवी ने कहा मौलाना वली रहमानी आज हमारे बीच में नहीं रहे इसकी कमी हमेशा रहेगी। मौलाना हमेशा कौम के मस्लों पर लगातार अपनी कोशिशों से हल करते थे मिल्लत के तमाम मसलों पर बेवाकी से अपनी राय रखते थे।
मुफ्ती ए शहर अबुल कलाम सा. ने कहा मौलाना का ताल्लुक भोपाल से भी था और मौलाना हमेशा कोम की मिल्लत की फ्रिक में अपना वक्त लगाते थे। आज मुल्क ने एक अच्छे आलिम दानेश्वर को खो दिया है मौलाना की काम को हमेशा याद किया जायेगा।
ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के मेम्बर और विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि मौलाना एक निडर, बेबाक और बहुत ही दूरदर्शी लीडर एवं इस्लामिक विद्वान थे। मसूद ने अपने विचार के दौरान कहा कि मौलाना सरकारी काम-काज एवं उसके द्वारा लिए जाने वाले फैसले पर भी अपनी पैनी नजर रखते थे। वह पहले ही भांप लेते थे की सरकार के यह फरमान हमारे लिए कितना फायदा और कितना नुकसान करने वाला है। उन्होंने कहा कि मौलाना चाहते थे की वक्फ प्रॉपर्टी के लिए अगर एक्ट सही बन जाता तो इस में मुस्लिमों की भलाई है। इस काम के लिए उन्होंने उस समय कांग्रेस एवं सरकार से मिलकर बात भी की मोलाना बहुत ही मिलनसार ओर नेक दिल थे जब भी मिलते थे बहुत ही खुलुस के साथ मिलते थे, मौलाना की कमी हमेशा मुझे खलेगी।


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