अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झाँसी (यूपी), NIT:

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ झांसी का जनपदीय प्रतिनिधिमण्डल जिलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित के नेतृत्व में जिला वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा) से मिला। जिलाध्यक्ष ने 5 सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए शिक्षकों की समस्याओं के शीघ्र समाधान की मांग की। इसमें एनपीएस से आच्छादित शिक्षकों, जिनको प्रान नम्बर आवण्टित नहीं किये गए हैं उन्हें कैम्प लगाकर शीघ्र प्रान नम्बर आवण्टन की प्रक्रिया शुरू किए जाने, वित्तीय वर्ष समापन से पहले समस्त अवशेष देयकों के भुगतान की मांग की गई साथ ही बचत खातों को सैलरी खाते में परिवर्तित करने के लिए जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक को लेखाधिकारी द्वारा पत्र जारी करने की मांग की गई, जिससे शिक्षकों को सैलरी एकाउंट के लाभ प्राप्त हो सकें। इस पर लेखाधिकारी नें सैलरी एकाउंट के लाभ से आच्छादित करने के लिए पत्र जारी किया। वहीं जिलाध्यक्ष नें बताया कि एनपीएस धारकों को केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा जमा की जाने वाली धनराशि 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने के उपरान्त उक्त धनराशि एनपीएस धारक शिक्षकों की सकल आय में जोड़ी जा रही है एवं आयकर अधिनियम की धारा 80 CCD(2) के तहत केवल 10 प्रतिशत ही कि कटौती की जा रही है जो गलत है। उक्त के सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि एनपीएस जितना जोड़ा जाए उतनी ही कटौती अधिकतम (150000 तक) की जाए। वहीं ब्लॉक मऊरानीपुर के कुछ शिक्षकों का वर्ष 2019-20 के अन्तिम तिमाही के 4 से 9 प्रतिशत महंगाई भत्ते का बिल कार्यालय में जमा होने के बावजूद भुगतान न होने पर शिक्षक नेताओं ने नाराज़गी व्यक्त की और शीघ्र भुगतान की मांग की। इस पर जिला वित्त एवं लेखाधिकारी द्वारा ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी पत्र जारी किया और शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए संगठन को आश्वस्त किया। इस दौरान जिला मन्त्री चौधरी धर्मेन्द्र सिंह, मृत्युञ्जय सिंह, अनिरुद्ध रावत, अब्दुल नोमान, शिवकुमार पाराशर, देवेश शर्मा, आनन्द मोहन मिश्रा, रविन्द्र प्रकाश, जितेन्द्र त्रिपाठी, बृजेश दीक्षित, राजीव आर्या, उमेश पाराशर, जसवन्त चावला, अमित पाराशर आदि मौजूद रहे।
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