मां हिंगलाज मंदिर में 2601 मनोकामना कलशों का किया गया विसर्जन, मंदिर समिति के द्वारा कलश स्थापना स्थल के पास ही पानी का कुंड बनाकर किया गया विसर्जन | New India Times

मो.मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

मां हिंगलाज मंदिर में 2601 मनोकामना कलशों का किया गया विसर्जन, मंदिर समिति के द्वारा कलश स्थापना स्थल के पास ही पानी का कुंड बनाकर किया गया विसर्जन | New India Times

प्रसिद्ध श्री श्री मां हिंगलाज शक्ति पीठ में 2601 मनोकामना कलशों का विसर्जन किया गया। इस दौरान सर्वप्रथम मां हिंगलाज की आरती की गई तत्पश्चात हवन पूजन के बाद 11 कन्याओं के सिर पर 11 कलश रखकर विधि विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ कलशों की आरती व पूजन पाठ किया गया उसके बाद स्थापित किए गए कलश की जगह पर ही पानी के कृत्रिम कुंड में पानी भरकर मनोकामना कलशों का विसर्जन मंदिर समिति के सदस्यों एवं कर्मचारियों के द्वारा किया गया। गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए एवं प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए इस वर्ष कलश विसर्जन श्रद्धालु महिलाओं के द्वारा सिर पर कलश रखकर मंदिर से 1 किलोमीटर दूर बनाए जाने वाले कृतिम कुंड में ना करके, रखे गए कलश स्थल पर ही कलशो का विसर्जन समिति के द्वारा किया गया। 9 दिनों तक चले इस आयोजन के दौरान मंदिर में दूर-दूर से हजारों श्रद्धालु पहुंच कर मां हिंगलाज के दर्शन किए एवं आस्था व श्रद्धा भाव से मां हिंगलाज से आशीर्वाद मांगा। शारदीय नवरात्रि मे 9 दिनों तक आयोजित हुए कार्यक्रम की व्यवस्था श्री श्री मां हिंगलाज मंदिर समिति के द्वारा की गई जोकि वेकोली के अधिकारी एवं श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों के द्वारा बनाई गई है। इस अवसर पर श्री श्री मां हिंगलाज मंदिर समिति संरक्षक आर के कासलीवाल, अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा, सचिव डीके भारद्वाज, उपाध्यक्ष नारायण राव सराटकर, मदन जंघेला, भगवानदीन यादव, अशोक ठाकर (बब्बल), जगदीश तिवारी, विजय श्रीवास्तव, नरेश सेंगर, राम शिरोमणि सिंह, मारकंडे मिश्रा, मुरारी गौतम, रमन साहू, सूरज सिंह परमार, जवाहिर साहनी, मनीष सेन सहित मंदिर समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading