त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश के सागर जिला के देवरी जनपद पंचायत के द्वारा जो आरओ वाटर कूलर में खुले आम लाखों का भ्रष्टाचार हुआ है वो मामला लगातार अखबारों व चैनलों में खबरों के चलने व छपने से पूरा मामला उजागर होता नजर आ रहा है। भ्रष्टाचार के होने की जानकारी जब केन्द्रीय मंत्री व कैबिनेट मंत्री तथा कलेक्टर व जिला सीईओ तक मामला पहुंचने पर जिला सीईओ ने देवरी जनपद पंचायत सीईओ को पूरे मामले में बिन्दु बार जांच कराने के निर्देश दिये गये थे जिसके दौरान सीईओ देवरी द्वारा जांच टीम गठित कर सभी स्थानों पर लगे आरओ वाटर कूलर की जांच करायी गई जिसमें करीब सभी स्थानों पर 33 आरओ वाटर कूलर में से मात्र चालू हालत में 6 पाये गये 15 स्थापित पर सामग्री पूरी न होने पर बंद पाये गये, 10 लगे ही नहीं हैं और दो अप्राप्त पाये गये हैं जबकि सभी स्थानों के आरओ वाटर कूलरों के बिलों की राशि करीब 50 हजार से लेकर 1.50 लाख निकल चुकी है जिसने कई पंचायतों के सचिव सरपंच व स्थानों के प्रधान अध्यापक व प्राचार्य तथा अन्य विभागों के प्रमुख लोगों की फंसने की स्थिति स्पष्ट नजर आ रही है जिसके डर से पूरे मामले के उजागर होने पर हडकंप मचा हुआ है जिसकी पूरी जांच रिपोर्ट जनपद सीईओ देवरी द्वारा जिलापंचायत सीईओ को सौपी गई है। अब देखते हैं कि जिला पंचायत सीईओ द्वारा सभी की जांच रिपोर्ट के बाद नोटिस जारी करने के बाद क्या कार्यवाही करते हैं।
मैंने पूरे स्थानों की जांच करा ली है व पूरी जांच रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ को भेज दी है, जांच में कुल 33 आरओ में से 6 चालू पाये गये हैं तथा आरओ की सही कीमत की भी जांच जिलापंचायत सीईओ सर द्वारा पता लगा ली जायेगी उसके बाद ही सभी दोषियों पर कार्यवाही की जायेगी: हेमेन्द्र गोबिल, सीईओ जनपद पंचायत देवरी।
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