रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
![खबर का असर: ग्राम फुलेडी मम्स संक्रमण मामले में ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के बी.पी.एन को हटाया, स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत के बाद सी.एम.एच.ओ झाबुआ ने की कार्यवाही 2 खबर का असर: ग्राम फुलेडी मम्स संक्रमण मामले में ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के बी.पी.एन को हटाया, स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत के बाद सी.एम.एच.ओ झाबुआ ने की कार्यवाही | New India Times](https://usercontent.one/wp/www.newindiatimes.net/wp-content/uploads/2020/02/img-20200227-wa00265032618631213400447.jpg?media=1720687763)
मेघनगर विकासखंड के ग्राम फुलेडी में 9 फरवरी को 5 बच्चो में मम्स संक्रमण फेल गया था। स्कूली बच्चों में संक्रमण फैलता देख शिक्षक ने ग्राम फुलेड़ी की आशा कार्यकर्ता व एन एम को सूचना दी थी। 10 दिन बीत जाने के बाद भी मेघनगर राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग द्वारा डॉ. की टीम मोके पर नही पहुची थी। जिससे संक्रमण की गंभीर बीमारी अत्यधिक बच्चों में फैल जाने के कारण उक्त विभाग की घोर लापरवाही नजर आई थी जिसकी शिकायत ग्राम के प्रबुद्ध नागरिक जनों ने झाबुआ एक दिवसीय निजी दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को की थी। मंत्री तुलसी सिलावट द्वारा आम ग्रामीणों के स्वास्थ्य के प्रति चिंता एवं सख्त रवैया को देखते हुए 2 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने के आदेश झाबुआ जिला चिकित्सा अधिकारी बी. एस. बारिया को दिए थे।
![खबर का असर: ग्राम फुलेडी मम्स संक्रमण मामले में ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के बी.पी.एन को हटाया, स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत के बाद सी.एम.एच.ओ झाबुआ ने की कार्यवाही 3 खबर का असर: ग्राम फुलेडी मम्स संक्रमण मामले में ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के बी.पी.एन को हटाया, स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत के बाद सी.एम.एच.ओ झाबुआ ने की कार्यवाही | New India Times](https://usercontent.one/wp/www.newindiatimes.net/wp-content/uploads/2020/02/img-20200227-wa00251970783353420613006.jpg?media=1720687763)
जिसके बाद झाबुआ जिला चिकित्सा अधिकारी ने जांच करवाकर मेघनगर राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन विभाग के बी.पी.एन अनिल बिलवाल पर कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटा कर अन्य जगह स्थानांतरण कर दिया। ..साथ ही संबंधित विभाग की नर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। यदि नर्स द्वारा जवाब में संतुष्ट उत्तर दिया जाता है तो ठीक है नहीं तो इनकरेजमेंट, पदोन्नति कटौती की कार्रवाई जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा दोषी पाए जाने पर की जाएगी।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.