अंकित तिवारी, ब्यूरो चीफ, प्रयागराज (यूपी), NIT:
7 फरवरी 2020 को इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ की कार्यकारिणी के अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव, महामंत्री शिवम सिंह, उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व कुलपति रतनलाल हंगलू की जांच करने आई केंद्रीय जांच समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर नागेश्वर राव से मिलने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस पहुंचे।
सौहार्दपूर्ण वातावरण में मुलाकात के दौरान प्रोफेसर नागेश्वर राव ने कहा कि हम भी इसी विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं और आश्वस्त किया कि हम इस विश्वविद्यालय की गौरवशाली परंपरा से वाकिफ हैं, हम इसके गरिमा व गौरव की वापसी में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
छात्र संघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आंदोलन के दौरान जिन छात्रों पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से वापसी करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।
छात्र संघ के अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव ने कहा कि छात्रावास कोई धर्मशाला की तरह ठहरने का स्थान नहीं यह जीते जागते संस्थान हुआ करते थे,जिनकी अपनी परंपरा थी, अपना गौरव था पर पूर्व कुलपति के एक फरमान से वाशआउट हुआ और सब नष्ट हो गया,जिससे अराजकता व्याप्त हो गई। आवश्यकता है छात्रावासों के गौरवशाली परंपरा के वापसी की जिससे छात्रावासों में शांति बहाली हो सके।
महामंत्री शिवम सिंह ने कहा कि छात्रसंघ का गौरवशाली इतिहास आजादी से पहले का चला आ रहा है। पूर्व कुलपति के एक तुगलकी फरमान ने छात्र संघ को बैन कर दिया, विश्वविद्यालय परिसर में शांति बहाली के लिए आवश्यक है कि छात्रसंघ शीघ्र अति शीघ्र बहाल किया जाए।
इसी के साथ कार्यकारिणी ने एक मांग पत्र सौंपा जिसमें छात्रसंघ भवन को लगातार खोले रखना, नए छात्रावासों का निर्माण ,सब्सिडाइज्ड मेश, वार्षिक खेलकूद, सेमिनार व डिबेट, लाइब्रेरी का 24 घंटे खुला खुले रहना, लाइब्रेरी का डिजिटलीकरण होना, ई-लेक्चर थियेटर बनाना आदि मांगें प्रमुखता से रही।
इस दौरान वरिष्ठ छात्र नेता अविनाश विद्यार्थी, जयसिंह, श्रीतम कुमार, सत्यम कुशवाहा आदि मौजूद रहे।
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