धर्म में राजनीति का प्रवेश हो जाए तो धर्म धर्म नहीं रहता धार्मिकता में कमी आ जाती है: निराले बाबा | New India Times

रहीम शेरानी हिंदुस्तानी, उज्जैन (मप्र), NIT:

धर्म में राजनीति का प्रवेश हो जाए तो धर्म धर्म नहीं रहता धार्मिकता में कमी आ जाती है: निराले बाबा | New India Times

उज्जैन जिले के उन्हेल मिशन के प्रेरक, सर्वधर्म दिवाकर, पंजाब मालवा केसरी, क्रांतिकारी, आचार्य प्रवर श्री दिव्यानंद महाराज सुरीश्वर जी महाराज सा. (निराले बाबा) के चल रहे समन्वय चातुर्मास 2019 के अंतर्गत आचार्य प्रवर के दर्शनार्थ निराला भवन बड़ा बाजार में लोकप्रिय सांसद अनिल फिरोजिया पधारे, करीब आधे घंटे तक चली धर्म चर्चा में आचार्य ने कहा यदि धर्म में राजनीती का प्रवेश हो जाए तो धर्म धर्म नहीं रहता धार्मिकता में कमी आ जाती है। धर्म में राजनीति का प्रवेश हो जाए तो धर्म धर्म नहीं रहता धार्मिकता में कमी आ जाती है: निराले बाबा | New India Times

परंतु यदि राजनीति में धर्मनीति का समावेश हो जाए तो देश उत्थान की ओर अग्रसर हो सकता है। यदि सांसद विधायक या फिर मंत्री अपने कार्यों को अपना धर्म समझकर करते हैं, तो देश उत्तरोत्तर विकास करता जाएगा।
वर्तमान में भारत सरकार में नरेंद्र मोदी के कार्यों की सराहना करते हुए आचार्य प्रवर ने कहा जिस लगन के साथ वे अपना कार्य कर रहे हैं, तो वह दिन दूर नहीं जब भारत पुनः विश्व गुरु पद पर कायम हो सकता है।
श्री अनिल फिरोजिया ने कहा भारत आज के इस काल में अपनी गरिमा कायम किए हुए है तो उसमें अहम भूमिका देश के संतों की है, वे समय-समय पर हम जैसे व्यक्तियों का मार्ग प्रशस्त करते रहते हैं।
उन्होंने आचार्य प्रवर द्वारा चलाए जा रहे सर्वधर्म समन्वय अभियान को देश की आवश्यकता बताते हुए कहा वर्तमान को समन्वय की आवश्यकता है।

धर्म में राजनीति का प्रवेश हो जाए तो धर्म धर्म नहीं रहता धार्मिकता में कमी आ जाती है: निराले बाबा | New India Times

इस मौके पर लोकप्रिय सांसद अनिल फिरोज़िया के साथ पूर्व मंडी अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला, मंडल अध्यक्ष नन्दराम धाकड़, ज़िला उपाध्यक्ष दिलीप मोदी भी पधारे जिनका सम्मान दिव्यानंद बाबा चातुर्मास प्रवास समिति की ओर से किया गया। इस अवसर पर नगर परिषद उपाध्यक्ष लाला सोनी, पार्षद प्रतिनिधि राजेंद्र जैन, सुनील जैन, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष राजकुमार जैन, विमल जैन (करौंदिया वाले) प्रकाश चंद जैन (वकील सा.), विमल जैन चौहान, ललित जैन, सुनील जैन, संजय जैन, प्रदीप जैन, अभय जैन, सफल जैन, अरिहंत जैन, प्रदीप जैन, सम्यक् जैन, तुषार अग्रवाल, शुभम जैन, अभय जैन, सिद्दार्थ जैन, सम्भव जैन, विवेक जैन आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।


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