हाशिम अंसारी, ब्यूरो चीफ, सीतापुर (यूपी), NIT:
समग्र शिक्षा अभियान की समेकित शिक्षा के अंतर्गत, ब्लॉक संसाधन केंद्र लहरपुर में दिव्यांग बच्चों के लिए निशुल्क उपकरण मापन शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग एक दर्जन विकास खंडों के 194 दिव्यांग बच्चों ने प्रतिभाग किया, जिसमें से 182 बच्चों को उपकरण हेतु उपयुक्त पाया गया और 12 बच्चों को अनुपयुक्त पाया गया।
शिविर में उपकरण बनाने वाली संस्था एलिम्को कानपुर के विशेषज्ञों द्वारा दिव्यांग बच्चों के उपकरणों का मापन किया गया। समेकित शिक्षा के जिला समन्वयक प्रमोद कुमार गुप्ता ने शिविर में उपस्थित अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि, दिव्यांगता को अभिशाप समझना सबसे बड़ा पाप है, क्योंकि मनुष्य में यादि किसी कारण से दिव्यांगता हो गई है तो ईश्वर उस मनुष्य में दूसरी विशेषताएं प्रदान कर देता है, आज देखने में आ रहा है कि दिव्यांग बहुत से क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, बल्कि देश का नाम रोशन कर रहे हैं, आवश्यकता है उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान देने की। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार ने कहा कि, दिव्यांग जनों के हेतु बहुत ही कल्याणकारी योजनाएं संचालित हैं, दिव्यांग बच्चों की शिक्षा के लिए अभिभावकों को संवेदनशील रहना चाहिए क्योंकि समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों की शिक्षा की भी व्यवस्था है। इस अवसर पर विशेष शिक्षक अनुपम कुमार शुक्ला ने सहायक उपकरणों की देखभाल और रखरखाव के बारे में अभिभावकों को जानकारी दी। विशेष शिक्षक दिलीप बाजपेई व अनिता मिश्रा ने निर्देशन और परामर्श की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर शिक्षक अनवर अली, समाजसेवी हाजी सोहराब अली, जेड़ आर रहमानी, फुरकान अली, प्रमोद कुमार वर्मा, संदीप कुमार, मोहम्मद रफीक, मोहम्मद असद सिद्दीकी आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। शिविर में एलिम्को कानपुर के विशेषज्ञ श्रीकांत सिंह, अनमोल आनंद, गोविंद कुमार ने परीक्षण और मापन किया। इस मौके पर जनपद के 1 दर्जन से अधिक विकास खंडों के दिव्यांग छात्रों ने भाग लिया।
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