अबरार अहमद खान, भोपाल/जयपुर (राजस्थान), NIT:
गोपाल किरण समाज सेवी संस्था की सचिव, अपने वर्क को नवाचार रूप से अपने वर्क को सामाजिक क्षेत्र में करने वाली जहाँआरा की समर्पण संस्था द्वारा जयपुर में
डॉ अम्बेडकर समर्पण अवॉर्ड सामाजिक न्याय के लिए , राज्य प्रबन्ध संस्थान दुर्गापुरा जयपुर के ऑडिटोरियम में आयोजित ” समर्पण समाज गौरव सम्मान समारोह में अपने कृतित्व से न्याय एवं सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान समाज व देश के लिए उत्कृष्ट सेवाओं हेतु डॉ अम्बेडकर समर्पण समाज गौरव 2019 से सम्मानित किया गया। इससे पहले आप को पंच शील अवॉर्ड (काठमांडू नेपाल)2019, युग्म अलंकरण ,2019, सावित्री बाई फूले शिक्षक अवॉर्ड 2019, नेशनल वूमेन अचीवर्स अवॉर्ड 2018, वूमेन अचीवर्स अवॉर्ड 2018, इंडिया आइडल अवॉर्ड 2018, बाल अधिकार मित्र सम्मान 2017,समर्पिता अवॉर्ड 2017,राष्टीय स्त्री शक्ति सम्मान 2016 सेसम्मानित किया जा चुका है।
जहाँआरा बचपन से ही अपनी ज़िंदगी को एक अलग नज़रिये से जीती थी। बचपन से ही मन में कुछ कर दिखाने का ज़ज्बा था, जिसके बूते पर उन्होंने अपनी एक अलग राह चुनी। शासकीय सेवा में अपने पद पर कार्य करते हुए समाज सेवा में अपनी रुचि को बनाये रखा गोपाल किरण समाज सेवी संस्था के साथ गतिविधि को बनाये रखते हुए साथ ही न्यू महिला सशक्त समिति सतना को मूर्त रूप प्रदान किया. गोपाल किरण समाज सेवी संस्था के माध्यम से उन्होंने नशाखोरी पर अंकुश लगाने तथा गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद करने जैसे काम शुरू किए जो आज भी सक्रियता के साथ काम कर रहे हैं। ये संस्थाएं रोज़ाना हज़ारों गरीब बेसहारा बच्चों तक पहुँचकर उन्हें प्राथमिक शिक्षा तथा स्त्रियों को प्रौढ़ शिक्षा उपलब्ध कराती है। ‘नशामुक्ति के लिए जागरूक महिला अधिकार ,एजुकेशन, स्वास्थ्य के इलाज करने के लिए कैम्प के साथ-साथ झुग्गी बस्तियों, ग्रामीण क्षेत्रों में तथा महिलाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण और परामर्श भी उपलब्ध कराती है। आज उनको वह जिन संस्थाओं से जुड़ी है आज अंतर्राष्ट्रीय पहचान तथा स्वीकार्यता प्राप्त है। निरक्षरता और महिला सशक्तीकरण के लिए काम कर रहे हैं। हायर एजुकेशन के लिये फेलोशिप भी मिली थी। अपनी कामयाबी का श्रेय श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, गोपाल किरण समाज सेवी संस्था साथ ही अपने माँ-बाप को देती है। अपने परिवार में इतनी शिक्षा एवं विदेश यात्रा कर इस मुकाम तक पहुँचने वाली एकमात्र महिला हैं जिसे यह गौरव हासिल हुआ। जिनके हौसलों ने उन्हें आगे बढ़ने की ताकत प्रदान की। उनकेे पिता हमेशा से ही अपनी बेटियों को कहते थे कि ‘तुम अपना जीवन खुद बनाओ, तुम किसी से कम नहीं हो, आसमान अनंत है और पढ़ाई तुम्हारा असली धन है।’ बुद्धि, कौशल हर चीज़ में किरण लड़कों से कम नहीं। ‘लोग क्या कहेंगे’ इस बात की कभी भी परवाह नहीं करते हुए अपनी ज़िंदगी के मायने खुद निर्धारित किए। अपने जीवन व पेशे की हर चुनौती का हँसकर सामना करने वाली पर नयी चीज़ सीखने के लिए हमेशा तत्पर और तैयार रहते थे। उनके अन्दर सीखने की भूख थी और वो पढाई पर घंटो ध्यान देते थे।
साहस व कुशाग्रता की एक मिसाल हैं, जिसका अनुसरण इस समाज को एक सकारात्मक बदलाव की राह पर ले जा रहे है।
इस अवॉर्ड कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना,समर्पण प्रार्थना व दीप प्रज्वलन के साथ की गई । नैनीताल से आई श्रीमती सौम्या दुआ ने मधुर स्वर में सरस्वती वंदना उच्चारित की।
समारोह में महाराष्ट्र के पदम श्री डॉ. विजय कुमार शाह अरुणाचल प्रदेश के श्री रूबु ताड़ी,ज्योति विद्यापीठ विश्वविद्यालय की चेयरपर्सन श्रीमती विदुषी गर्ग,नगर निगम वित्त समिति के चेयरमैन श्री राम निवास जोनवाल, बाल कल्याण समिति के चेयरमैन श्री नरेंद्र सिखवाल, राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमेन डॉ. बी. एल. जाटावत विशिष्ट अतिथि थे । समारोह में विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉ. विजय कुमार शाह व श्री रुबू ताड़ी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
दौलत राम माल्या ने अपने स्वागत भाषण में अतिथियों, समर्पण समाज गौरव के अवार्डी, शिक्षा सहायता विद्यार्थियों, दानदाताओं, सदस्यों तथा सभी दर्शकों का स्वागत व अभिनंदन किया। जहाँआरा ने अवॉर्ड मिलने के बाद कहा कि “हमारा जीवन अर्थपूर्ण तब बनता है जब समाज के संवेदनशील होते है। बच्चों को बचपन से ही समाज हित की बातें जरूर बतानी चाहिए ताकि वे बड़े होकर देश व समाज के लिए कार्य करें।
यह सम्मान 13 श्रेणियों में अलग-अलग क्षेत्रों में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यो के लिए दिया गया।
संस्था के प्रधान मुख्य संरक्षक जनाब अब्दुल सलाम जौहर ने सभी का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया।
मंच संचालन दूरदर्शन के समाचार वाचक श्री गौरव शर्मा ने किया।
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