संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:
कन्या शाला जमराय गंज सलेहा में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है क्योंकि यहां जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। छात्राओं को अगर बाथरूम के लिए जाना है तो दो क्लासों की छात्राओं के बीच से निकल कर जाना पड़ता है जिसके कारण छात्राओं के पठन-पाठन में काफी असुविधा होती है। विद्यालय परिसर में गंदगी का अंबार लगा रहता है जिस कारण छात्राओं को तालाब व खेतों में सोच के लिए जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
छात्राओं से पत्रकारों द्वारा पूछा गया तो छात्राओं ने पूछने पर बताया की शौचालय में गंदगी होने व पानी की व्यवस्था ना होने के कारण हम लोगों को शौंच के लिए तालाब में मजबूरी में जाना पड़ता है। जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं। तालाब में गहराई होने के कारण किसी दुर्घटना का शिकार ना हो जाए छात्राएं इसलिए जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को चाहिए कि समय रहते स्कूलों का निरीक्षण करा कर व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त कराया जाये जिससे किसी बड़ी अनहोनी होने से बचाया जा सके। वहीं पर देखा गया की कड़ी धूप में खुले आसमान के नीचे खाना खाने को छात्राएं मजबूर हैं। छात्रा लक्ष्मी आशा पाल ने बताया कि पटेल सर ने उन्हें अंदर खाने से मना किया है। शिक्षकों की मनमानी व दुर्व्यवहार के कारण अबोध बालिकाओं को दोपहर की कड़ी धूप में मजबूर होकर खाना पड़ रहा है। यहां शिक्षक ऑफिस में बैठकर गप्पे मार रहे हैं।
कन्या शाला जमराय ग्राम गंज में शिक्षक नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। यहां शिक्षा व्यवस्था चौपट है। जिले के शिक्षा अधिकारी की निष्क्रियता के चलते समय-समय पर विद्यालयों का निरीक्षण ना होने के कारण जिले व सलेहा क्षेत्र की व्यवस्थाएं चरमराई हुई हैं व शिक्षक मनमानी पर उतारू हैं और स्कूल राजनीति का अखाड़ा बने हुए हैं। शिक्षक शिक्षण कार्य की जगह राजनीत कर रहे हैं। स्कूल टाइम में ये चाय पान के ठेलों पर चुनावी राजनीति करते देखे जा सकते हैं। इसलिए ग्रामीणों व क्षेत्रीय लोगों ने जिले के मुखिया पन्ना कलेक्टर से मांग की है कि जिले व सलेहा क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था में ध्यान दिया जाए और शिक्षा व्यवस्था में सुधार करवाया जाए व समय-समय पर जिम्मेदार अधिकारियों के दौरे करा कर शिक्षकों की मनमानी पर रोक लगाई जाए।
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