पवन परूथी/गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:जिले के शासकीय स्कूलों में कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी स्वयं बच्चों को शिक्षित करने के लिए क्लास लेंगे। इनके साथ ही सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा एवं जिले के अन्य सभी विभागीय अधिकारी भी शासकीय स्कूल का चयन कर कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाने जायेंगे। जिले में विद्यादान योजना के तहत यह कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। विद्यादान योजना का उद्देश्य कक्षा-5 तक के बच्चों की नींव मजबूत करना, कक्षा-6 से कक्षा-9 तक के बच्चों की योग्यता का संवर्धन करना तथा 10वीं से 12वीं के बच्चों को उड़ान योजना के तहत विभिन्न परीक्षाओं (मेडीकल, इंजीनियरिंग) की तैयारियों की बारीकियांसिखाना है।कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने बैठक में कहा कि ग्वालियर जिले के सभी शासकीय स्कूलों के बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए विद्यादान योजना प्रारंभ की जा रही है। इस योजना के तहत सभी शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अपने चयनित स्कूल में जाकर बच्चों को पढ़ायेंगे। इसके साथ ही आईआईटीएम, आईटीएम के साथ ही अन्य कॉलेजों के छात्रों से भी आग्रह कर शासकीय स्कूल में जाकर एक-एक क्लास को पढ़ाने का आग्रह किया जायेगा।
कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि यह कार्य शासकीय कार्य न होकर हम सबका नैतिक दायित्व होना चाहिए। जो अधिकारी-कर्मचारी स्वेच्छा से अपने स्कूल का चयन कर बच्चों को पढ़ाने जाएं। इसके साथ ही अधिकारियों – कर्मचारियों की शिक्षित पत्नियां भी स्वेच्छा से शासकीय स्कूलों में जाकर विद्यादान योजना की भागीदार बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं भी उत्कृष्ट विद्यालय में जाकर बच्चों की क्लास लूँगा और उन्हें पढ़ाऊँगा।कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि वे विद्यादान योजना के तहत सभी शासकीय स्कूलों का कार्यक्रम निर्धारित करें, जिससे विभागीय अधिकारियों के साथ ही विभिन्न कॉलेजों के छात्रों को भी शासकीय स्कूलों में पढ़ाने की जवाबदारी सौंपी जा सके। यह अभियान आगामी दिनों में प्रारंभ किया जाना है। इसकी सभी तैयारियां तत्परता से की जाएं, ताकि विद्यादान योजना का श्रीगणेश किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारे शासकीय स्कूल स्मार्ट बनें और वहां के बच्चे भी स्मार्ट बनें, इसी उद्देश्य से विद्यादान योजना का क्रियान्वयन किया जाना है।
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