अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:
धुले जिला के शिरपुर शहर समेत पुरे तहसील क्षेत्र में अवैध कारोबार चरम पर है और माफियों की दादागिरी दिनदहाड़े खुलेआम हो रही है। शहर के शहादा टी पॉइंट पर गुरुवार की सुबह लगभग 11 बजे अनुविभागीय अधिकारी विक्रम सिंह बादल पर रेतमाफिया के गुर्गों ने
जानलेवा हमला कर बेरहमी से पीटई की जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इस वारदात से तहसील में सनसनी फैल गई है। सूचना मिलते ही राजस्व कर्मियों ने काम बंद आंदोलन का ऐलान कर दिया और कहा कि जब तक पुलिस एसडीएम बादल पर हमले करने वालों को गिरफ्तार नही करती तब तक आंदोलन जारी रहेगी।
सुत्रों से मिली जानकारी नुसार रेत यातायात पर पाबंदी होने के बावजूद रेत माफिया दिनरात ताप्ती नदी में से अवैध उत्खनन तथा यातायात करते रहते हैं जिनपर अनुविभागीय अधिकारी डॉ. विक्रम बांदल पैनी नजर बनाए रखते थे। जिस कारण तहसील में रेत माफियाओं की अवैध कमाई बंद हो गई थी। जिसका बदला निकालते हुए रेत माफिया के गुंडों ने कल सुबह कार्यालय जा रहे एसडीएम बांदल को चोरी छिपे ट्रैक्टरों की द्वारा अवैध रेत यातायात करते हुए दिखाई दिया, तस्करों को शहादा टी पॉइंट के पास रोक कर उन्हें जांच पड़ताल की और रायल्टी के कागजात रेत परिवहन की पर्ची अनुमति पत्र नही होने पर तहसील कार्यालय में ट्रैक्टर खड़े करने के आदेश दिए। इस पर बौखलाए रेत माफिया के गुर्गों ने अनुविभागीय अधिकारी विक्रम बादल पर टूट पड़े और उनकी जमकर पिटाई कर कपडे फाड़ डाले। वाहन चालक ने उन्हें तत्काल पुलिस स्टेशन ले आया जहां थानेदार ने उन्हें फौरन उपचार हेतु सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। हमले की जानकारी प्राप्त होते ही ज़िला अधिकारी राहुल रेखावर ने शिरपुर पहुँचकर अनुविभागीय अधिकारी बादल से मुलाकात की। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे फुटेज को खंगालना शुरू किया है जिसके चलते पुलिस को आरोपितों को पकड़ने में सहूलियत हो, इस तरह की प्रतिक्रिया पुलिस इंस्पेक्टर शिवाजी बुध्वंत ने व्यक्त की है।
तहसील में रेत माफिया की दहशत
शिरपुर तहसील में ताप्ती नदी के अनेक घाटों पर दिन रात रेत माफिया के गुर्गों के दौरा अवैध रूप से उत्खनन किया जाता है जिसके शिकायतें नागरिकों द्वारा अनेकों बार प्रशासन से की गई किंतु प्रशासन की लापरवाही के चलते रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं। गत 20 दिन पूर्व भी रेत माफिया के ट्रैक्टर ने सुबह तड़के तहसील की एक महिला को कुचल दिया था तथा पुलिस में शिकायत दर्ज न कराने के लिए माफिया ने मृतक परिवार के सदस्यों को धमकाया था जिसको लेकर ग्रामीण के नागरिकों ने ट्रैक्टर को आग लगा दी थी। दो दिन पूर्व में भी रेत माफिया के गुर्गों ने तहसीलदार, नायब तहसीलदार को धमकाया और तहसीलदार कार्यालय में से जब्त किया ट्रैक्टर रातों-रात चुरा कर फरार हो गए थे। एक प्रकार से शिरपुर तहसील में पुलिस प्रशासन का राज नही है बल्कि रेत माफियाओं की हुक्मरानी चल रही है।
घटना के निषेध में काम बंद आंदोलन
रेत माफिया के बदमाशों ने एसडीएम की जमकर पिटाई की ऐसी हालात में अनुविभागीय अधिकारी बादल अपने कर्मचारी समेत पुलिस थाना पहुंचे। घटना के निषेध में धुलिया शिरपूर व शिंदखेडा तहसिल के राजस्व विभाग के कर्मचारीयों ने कल काम बंद आंदोलन किया। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक विश्वास पांढरे अतिरिक्त पुलिस बल के साथ शिरपुर में दाखिल हुए।
इन पर दर्ज हुई जानलेवा हमले की शिकायत
देर शाम अनुविभागीय अधिकारी डॉक्टर विक्रम वसंत बादल की शिकायत पर रेत माफियाओं के 6 गुर्गों के खिलाफ शिरपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई जिसमें योगेश राजपूत, सागर पाटील, रोहित पाटील के साथ अन्य तीन अज्ञात बदमाशों को एसडीएम ने नामजद आरोपी किया है। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी हुई है।
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