आदिवासी अंचल झाबुआ में राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट साहित्यिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन, विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली देश की कई महिला हस्तियों को किया गया सम्मानित | New India Times

पंकज शर्मा, धार/झाबुआ (मप्र), NIT:

आदिवासी अंचल झाबुआ में राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट साहित्यिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन, विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली देश की कई महिला हस्तियों को किया गया सम्मानित | New India Times

आदिवासी अंचल झाबुआ में राष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्ट साहित्यिक कार्यक्रम देश की प्रथम शिक्षिका सावित्री बाई फुले की स्मृति में पैलैस गार्डन में आयोजित किया गया। जिसमें वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी डॉ. अर्चना राठौर अधिवक्ता को विशिष्ट सेवा अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया। डॉ. अर्चना राठौर बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं। वे एक सुलझी हुई अधिवक्ता हैं एवं पीड़ित पक्षकारों को निःशुल्क कानूनी सलाह देकर उनका सहयोग करती हैं। वे विगत तीस वर्षों से समाजिक कार्यों कर रही हैं। 25 वर्ष पूर्व उन्होंने दो विद्यालयों एवंं एक सहकारी संस्था की स्थापना बिना किसी सहयोग के स्वयं के बल पर की और योग्य शिक्षित बेरोजगारों को उनका संचालन सौंपा। वर्तमान में वे दो नवीन विद्यालयों का संचालन अपने मार्गदर्शन में करवा रहीं हैं।वे एक उच्कोटि की शिक्षिका हैं और हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये मुख्य रूप से कार्य करतीं हैं।उनमें एक गायिका और चित्रकार भी खूबियां भी हैं। उनकी लेखनी में सभी विषयों का समावेश होता है।वे गद्य एवं पद्य दोनों विधाओं में साहित्य सृजन करती हैं। उनकी लेखनी में कहानी , कविता, निबंध एवं लेख आदि में बड़ी ही सहज और सरल भाषा का प्रयोग होता हैं।राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में कर्नाटक, कोलकाता, हैदराबाद, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तराखंड, दिल्ली एवं मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से विद्वान साहित्यकार बहनों ने सहभागिता की जिसमें डॉ.अर्चना राठौर की तृतीय काव्यकृति ” शब्द सुमन” का विमोचन किया गया, जिसका शैलैन्द्र शर्मा, कुलानुशासक स्कूल शिक्षा, विक्रम विश्व विद्यालय, उज्जैन, वरिष्ठतम् साहित्यकार यशवंत भंडारी, कृषि वैज्ञानिक इंद्र सिंह तोमर, डॉ. के.के.त्रिवेदी, अध्यक्ष ,आजाद साहित्य परिषद ,झाबुआ, प्रभु लाल चौधरी,अध्यक्ष राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के साथ साहित्यकार बहनों ने सामुहिक रूप से इस पुस्तक का विमोचन किया।डॉ.अर्चना राठौर ने उपस्थित समस्त अतिथियों एवं गणमान्य नारिकों अपनी पुस्तक भेंट की।

आदिवासी अंचल झाबुआ में राष्ट्रीय स्तर के उत्कृष्ट साहित्यिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन, विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली देश की कई महिला हस्तियों को किया गया सम्मानित | New India Timesउनकी कर्तव्य निष्ठा एवं समाज सेवा की लगन को देखते हुऐ उन्हें अनेक शासकीय संस्थाओं की सदस्यता बिना किसी सिफारिश के दी गई है।उन्हें महिलाओं के प्रति किये गये कार्यों को देखते हुऐ मध्यप्रदेश राज्य महिला आयोग का जिला प्रतिनिधि नियुक्त किया गया।वे खेल के क्षेत्र में भी अग्रणी हैं। वर्ष 1999 में उन्होंने खो-खो कबड्डी के राज्य स्तरीय कोच के रूप में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था जहां मध्यप्रदेश ने चैम्पियनशिप कप अर्जित किया था। वर्तमान में ये शतरंत की जिलाध्यक्ष एवं जिला महिला क्रिकेट एसोसिएशन की जिला प्रभारी तथा डी.सी.ए. की संयुक्त सचिव हैं।आप वरिष्ठ रोटेरियन एवं इनरव्हील क्लब चेअर मेन हैं एवं राज्य स्तरीय परिवार परामर्श समिति की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।साहित्यिक संस्था आजाद साहित्य परिषद की पूर्व उपाध्यक्ष एवं वर्तमान में मुख्य समन्वयक हैं।राष्ट्रीय पतंजलि योग समिति,हरिद्वार की सदस्य हैं एवं जिला महिला पतंजलि योग समिति की पूर्व प्रभारी रह चुकीं हैं।
राजनीति में भी आपका वर्चस्व रहा है वर्ष 1992 से 1997तक जिला जिला महिला कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष रहीं, पश्चात वर्ष 1997/98 मे जिलाध्यक्ष एवं तत्पश्चात् 1999 से 2003 तक कांग्रेस प्रदेश सचिव के रूप में पार्टी का कार्य किया।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading