नरेंद्र इंगले, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
जलगांव जिले के जामनेर तहसिल के वाकडी गांव से 19 मार्च से लापता निर्दलिय ग्राम पंचायत सदस्य विनोद चाँदने के अपहरण के पुख्ता सबुत मिलने के बाद पहुर कोतवाली मे राजेंद्र चाँदने कि तहरीर पर आरोपी शेखर वाणी, महेंद्र राजपुत , नामदार तडवी, विनोद देशमुख के खिलाफ़ धारा 363, 364, 120 ब, 341, अनू जाती अत्याचार निवारण कानून धारा 3 (2) ब तहत साजीशन अपहरण का मामला दायर किया गया है। जिसके बाद पुलिस ने कुछ तत्वों को हिरासत मे भी लिया है। वारदात के बाद 23 मार्च को अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस को पिडीत विनोद के बारे मे कुछ खास जानकारी नहीं मिल सकी है। हाल ही में जिला पुलिस प्रमुख ने पहुर कोतवाली पहुंचकर जांच की समीक्षा की है। दौरान घटना के संदर्भ में सोशल मीडिया जगत मे एक के बाद एक कई सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं जिसमें से किसी एक कथित आडियो का जिक्र जनता के बीच काफी चर्चा का विषय बना हुआ है जिसका सत्यापन नहीं हो सका है। जहां से विनोद का अपहरण किया गया उस घटनास्थल से बरामद मोटरसाइकिल, मोबाईल फ़ोन को बरामद कर खुन के धब्बों के नमूने पुलिस ने कलेक्ट कर लिए है ! लेकिन विनोद का पता नहि चल पा रहा है ! अभी तो यह धारणा मजबुती से उभरकर सामने आ रहि है कि पिडीत विनोद कि हत्या कर दि गयी है और सबुत मिटाने के इरादे से आरोपीयो द्वारा उसकि लाश को जला कर अस्थिया कहि विसर्जीत करवा दि गयी है ! वैसे भी विनोद के परीजन शुरु से आरोप लगाते रहे है कि दबंगो ने शायद उसकि जान ले ली होगी ! अपहरण के पश्चात आज छह दिनो के बाद भी विनोद का कोई सुराग नहि मिल सका है ! सुचना अधिकार कानून को हथियार बनाकर ग्राम पंचायत के कथित भ्रष्टाचार कि पोलखोल करने मे जुटे उसी पंचायत के सदस्य रहे विनोद के साथ कि गयी प्रताडना से समाजमन सिरह उठा है। बहरहाल आम लोगो और बुद्धिजिवीयो मे यहि मांग कि जा रहि है कि कैसे भी हो विनोद का पता लगाया जाना जरुरी है ताकि सिस्टम को लेकर जनता के बीच किसी तरह का शाश्वत विश्वास बहाल हो सके।
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