रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

मंगलवार काे राणापुर ब्लाॅक के गांव अंधारवड़ में भगाेरिया हाट में ग्रामीणों ने झूलाें के साथ खाने-पीने की चीजों का भी जमकर लुत्फ उठाया। हाट में आस-पास के क्षेत्र से हजारों ग्रामीण उल्लास के साथ भाग लेने के लिए आए।
आदिवासियों का वार्षिक भगोरिया हाट का समापन कल बुधवार को होगा। ग्रामीणजन आदिवासी परंपरा के अनुसार ढोल-मांदल की थाप पर नाचते गाते आैर संज-संवकर भगोरिया हाट में पहुंचे। सुबह से ही आदिवासी लाेग नए कपड़े पहनकर मेले में पहुंचने लगे थे। भगाेरिया हाट में दाेपहर 1 से 4 बजे तक चरम रहा। दाेपहर में पूरा मेला मैदान भर गया था। वही दूसरी ओर झुलाें पर युवक-युवतियाें की भीड़ उमड़ती रही। कई झुलाें पर युवक-युवतियाें व महिलाआें काे लाइन में लगकर इंतजार भी करना पड़ा।

हाट में युवतियां एक-जैसी परिधानों या चटकिलों परिधानों में अपनी सहेलियों के साथ अटखेलियां करती हुई भगाेरिया का आनंद लेती दिखाई दी। ग्रामीण युवतियाें ने नए श्रृंगार कर अपने आपकाे अलग बनाने की खूब काेशिश की। वही कई युवतियां चांदी के आभूषणों से लदी एवं श्रृंगार सामग्रीयों से सजी नजर आई तो युवक आधुनिक परिवेश में जींस-शर्ट-टी-शर्ट पहनकर, चश्मा-बेल्ट लगाकर भगाेरिया का लुत्फ उठाते दिखाई दिए। भगाेरिया हाट में कहीं-कहीं युवकों द्वारा युवतियों से छेड़खान एवं मस्ती करते जैसे दृश्य भी दिखाई दिए। फाेटाे की दुकानाें पर फाेटाे खिंचवाने की हाेड़ मची रही। मेले में लगी दुकानाें पर अंगुर-सतंरे, तरबूज, सेव, भजिये, जलेबी, अन्य दुकानाें पर भी बड़ी संख्या में खरीददारी करते हुए देखा गया। इधर युवतियाें और महिलाओं ने सौंदर्य प्रसाधन की दुकानाें पर जमकर खरीदारी की। महिला तथा युवतियाें व बच्चाें ने कुल्फी का खूब लुत्फ उठाया। वहीं सुरक्षा व्यवस्था मद्देनजर भगोरिया के दौरान पुलिस प्रशासन मुस्तैद नजर आया।
