अशफाक कायमखानी, जोधपुर/जयपुर (राजस्थान), NIT:
2009 में नये रुप में बने जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में जैसलमेर की पोखरण विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर कुल आठ विधानसभा क्षेत्र वाला लोकसभा क्षेत्र में जोधपुर, पोखरण, फलोदी, सरदारपुरा व सूरसागर में मुस्लिम मतदाताओं की खासी दातात होने के साथ साथ माली व राजपूत मतदाताओं के अलावा दलित मतदाताओं के भी खास मुकाम रखने के कारण कांग्रेस उम्मीदवार के लिये जोधपुर लोकसभा सीट काफी फेवरेबल सीट मानी जाती है।
हालांकि नये रुप में बनी जोधपुर लोकसभा सीट से 2009 में कांग्रेस उम्मीदवार जोधपुर राजघराने की बेटी चंद्रेश कुमारी व 2014 में भाजपा के गजेंद्र सिंह शेखावत ने मोदी लहर के चलते जीत दर्ज की है। 2014 के समय से अलग हटकर अब 2019 में कांग्रेस के लिये हालात काफी साजगार नजर आ रहे हैं। सरदारपुरा विधायक अशोक गहलोत प्रदेश के मुख्यमंत्री व पोखरण विधायक शाले मोहम्मद सरकार मे एक मात्र मुस्लिम मंत्री चेहरा है एवं आठ में से छ विधानसभाओं पर कांग्रेस का कब्जा है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वो अपने पूत्र वैभव गहलोत को चुनाव लड़वाने के लिये पिछले दस साल से कोशिश में हैं। राजनीतिक पटल पर नजर आने लगा है कि कुछ कांग्रेसी नेताओं के विरोध के बावजूद अब मुख्यमंत्री अपने पूत्र को टिकट दिलवाकर चुनाव लड़वाने में पूरी तरह सक्षम हैं। मुख्यमंत्री केवल अब पुत्र के लिये पूरी तरह सेफ सीट की तलाश में थे जिसमें टोंक-सवाईमाधोपुर में मुस्लिम जाति फैक्टर तो फेवरेबल था लेकिन अन्य जातियों का समीकरण पूरी तरह सार्थक नजर नहीं आ रा था जो जालोर-सिरोही में मुस्लिम फैक्टर मजबूत स्थिति में नजर नहीं आ रहा था। कुछ राजनीतिक समिक्षक तो यह भी बताते हैं कि शाले मोहम्मद को मंत्री बनाने के पीछे भी एक राज छूपा हुआ था। शेरगढ़, लूणी, लोहावट, जोधपुर, सूरसागर, सरदारपुरा, फलोदी व पोखरण नामक आठ विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर जोधपुर लोकसभा क्षेत्र बना है जहां मुख्यमंत्री गहलोत का स्वयं का भी बडा राजनीतिक आधार कायम है। जोधपुर से पांच दफा अशोक गहलोत भी सांसद बन चुके हैं।
कुल मिलाकर यह है कि राजनीतिक सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि कल स्क्रीनिंग कमेटी की हुई आखिरी मिटिंग के बाद राजस्थान की करीब 18 सीटों पर एकल नाम का पैनल बनाया गया है जबकि 7 पर एक से अधिक नामों का पैनल है जिनमें जोधपुर, टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, चूरु, जयपूर व जयपुर ग्रामीण के अलावा जालोर सिरोही से एक से अधिक नाम पैनल में बताते हैं। इनमें वैभव गहलोत का जोधपुर व टोंक-सवाईमाधोपुर के पैनल में नाम बताया जा रहा है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.