अब्दुल वाहिद काकर, धुले/मुंबई (महाराष्ट्र), NIT:
महाराष्ट्र को सूखामुक्त बनाने के लिए पानी फ़ाउंडेशन पीपल्स मूवमेंट ने प्रतिष्ठित सत्यमेव जयते वाटर कप 2019 के आयोजन की आधिकारिक रूप से घोषणा की है। मुंबई में मुख्यमंत्री के वर्षा कार्यालय में हुई आधिकारिक बैठक में यह घोषणा की गई। इस अवसर पर महाराष्ट्र में सभी ज़िलों के जिलाधिकारियों और सभी ज़िला परिषद के सीईओ के साथ स्पेशल विडियो कॉन्फ्रेंस की गई। विडियो कॉन्फ्रेंस में जल संरक्षण, कृषि और ग्रामीण विकास विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक की अध्यक्षता महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और आमिर ख़ान ने सूखे से जंग के लिए आम जनता से बड़े पैमाने पर भागीदारी की अपील की। 24 ज़िलों के 76 तहसील के प्रतिभागी प्रतियोगिता में भाग लेंगे जिसमें धुलिया व शिंदखेड़ा तहसील का भी समावेश है।
बैठक में आईएएस और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव प्रवीन परदेशी के साथ पानी फ़ाउंडेशन के आमिर ख़ान, किरण राव, सत्यजीत भटकळ और डॉ. अविनाश पोळ भी शामिल हुए। वॉटर कप के आयोजन के दौरान महाराष्ट्र को सूखामुक्त बनाने के समान लक्ष्य से नागरिक समाज की ऊर्जा और राज्य सरकार के प्रयासों का किस तरह सर्वश्रेष्ठ ढंग से आपस में संयोजन किया जा सकता है, इस विषय पर चर्चा के लिए यह विडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी।
पानी फ़ाउंडेशन टीवी पर आने वाले शो सत्यमेव जयते की कोर टीम की ओर से की गई पहल है। यह टीम 2016 से महाराष्ट्र को सूखामुक्त बनाने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में जन आंदोलन छेड़कर जागृति फैलाने का काम कर रही है। वाटर कप महाराष्ट्र के विभिन्न गांवों के बीच प्रतियोगिता है। इस प्रतियोगिता में विजेता गांव का चयन करते हुए यह देखा जाएगा कि वाटर कप के आयोजन की अवधि के दौरान राज्य के किस गांव ने पानी बचाने, पानी की गुणवत्ता में सुधार करने और पानी को संरक्षित करने (वॉटरशेड मैनेजमेंट) की दिशा में जल प्रबंधन और जलसंरक्षण के लिए सर्वोतम उपाय किए. इस प्रतियोगिता का आयोजन 8 अप्रैल से 22 मई 2019 तक किया जाएगा। इसमें तीन सर्वश्रेष्ठ गांवों को क्रमशः 75 लाख, 50 लाख और 40 लाख का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त हर तालुके में जल संरक्षण के लिए बेहतरीन प्रयास करने वाले सर्वश्रेष्ठ गांव को 10 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता में महाराष्ट्र के गांव लगभग 9.15 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार जीत सकेंगे।
इस प्रतियोगिता के एक हिस्से के तौर पर पानी फाउंडेशन इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले गांवों को वॉटरशेड मैनेजमेट के विज्ञान में प्रशिक्षित करेगा। इस 45 दिन तक चलने वाली प्रतियोगिता में श्रमदान (स्वैच्छिक श्रम) शामिल है। इसके अलावा वॉटरशेड मैनेजमेंट के ढांचों की योजना बनाई जाएगी और उसका निर्माण किया जाएगा, जिससे भूमिगत जल की सप्लाई बढ़ेगी। प्रत्येक राजस्व गांव चयनित तालुका में भाग लेने का हकदार होगा। इस साल 24 ज़िलों के 76 तालुकों में यह प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए एंट्री फॉर्म पूरी तरह भरकर जमा कराने की आखिरी तारीख 31 जनवरी 2019 है। पानी फाउंडेशन ने ज़िले के चुने गए तालुकों को एंट्री की प्रक्रिया पूरी कर जल समृद्धि की ओर अपना सफर शुरू करने का निमंत्रण दिया है।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “सत्यमेव जयते वॉटर कप प्रतियोगिता का उत्सव तीन साल से महाराष्ट्र में बड़े ही आनंद से मनाया जा रहा है। अब इस प्रतियोगिता के लगातार चौथे वर्ष में हम सभी हिस्सा लेने जा रहे हैं। जलयुक्त शिवार अभियान में श्रमदान के अनोखे आन्दोलन के द्वारा हमनें सूखा मुक्ति की दिशा में बडे कदम उठाए हैं। इस अभियान में सत्यमेव जयते ‘वॉटर कप’ प्रतियोगिता का बहुत ही बड़ा योगदान है।
इस प्रतियोगिता के लिये पूरे महाराष्ट्र का दौरा करने वाले आमीर ख़ान और उनकी पत्नी किरण राव, सत्यजीत भटकल और पूरे पानी फ़ाउंडेशन टीम को मुख्यमंत्री ने बधाई . सभी का योगदान महाराष्ट्र में पड़े सूखे से मुक्त होने की राह में अमूल्य साबित होगा। अधिक से अधिक गांवों को और ग्रामस्थों को इस प्रतियोगिता में सहभागी होना चाहिये। यह प्रतियोगिता नहीं एक संघर्ष है। एक लड़ाई है। पानी के लिए एक युद्ध है। अगली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य, जलसाक्षरता और जलसंवर्धन के लिये ये एक युद्ध है इस तरह की प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री फड़नवीस ने व्यक्त की
पानी फ़ाउंडेशन के संस्थापक आमिर ख़ान ने कहा, “सत्यमेव जयते वाटर कप 2019 की घोषणा करते हुए किरण और मैं बहुत खुश हैं। हर साल की तरह, संपूर्ण पानी फ़ाउंडेशन टीम ‘वॉटर कप’ के लिए तैयार और उत्सुक है। इस साल हुई औसत से कम वर्षा से हमें विकेन्द्रीकृत जल संधारण के काम का महत्व और अधिक समझना होगा। मैं चयनित सभी 76 तालुकों के हर गांव से वॉटर कप प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने गांव में पानी की समस्या को हल करने का प्रयास करने का अनुरोध करता हूं।
राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्ष के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा, “हमें पानी की हर बूंद को बचाना है, भूमि के पानी के स्तर को बढ़ाना है – हर गांव को इस तरह की पहल करने की जरूरत है। और मुझे बड़ी ख़ुशी है की पानी फ़ाउंडेशन ‘वॉटर कप’ प्रतियोगिता के माध्यम से इस काम को गति देने का प्रयास कर रहा है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए मैं हर गांव के ग्रामस्थ और युवा पीढ़ी से आग्रह करता हूं। यह केवल पानी फ़ाउंडेशन का उपक्रम है ऐसा मैं नही मानता। ये उपक्रम आपका और आपके हित में है और आपके भले के लिये है ।इस प्रतियोगिता में आप संपूर्ण शक्ति से भाग लें और ये प्रतियोगिता सफल करके दिखायें। “
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष और सांसद अशोक चव्हाण ने कहा, “लगातार चौथे साल सत्यमेव जयते वॉटर कप स्पर्धा आयोजित करने के अवसर पर पानी फाउंडेशन को मैं बधाई देता हूं। महाराष्ट्र में पानी के प्रश्न को हल करने के लिए, लोगों को एकसाथ लाने का यह एक सराहनीय प्रयास है।
ये एक जन-आन्दोलन है जिसे सहेज के रखना चाहिये। मैं इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए चयनित तालुकों के सभी गांवों से अनुरोध करता हूं । इस साल वर्षा बहुत कम हुई है। राज्य में सूखा है। और इसलिए, यह स्थानीय विकेन्द्रीकृत प्रणाली की व्यवस्था खड़ी करने का हमें प्रयत्न करना चाहिए। इसका सीधा फायदा सहभागी गांवों को होगा।
शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि, इस साल का सूखा पिछले कई वर्षों के सूखे की तुलना में कही अधिक भीषणता से पांव पसार रहा है। दिसंबर की शुरुआत हो गई है और आगे के पांच-छह महीने कैसे निकलेंगे ये प्रश्न सबके सामने है। हम अकसर कहते हैं कि पैसा पानी की तरह बहता है। लेकिन अब हम कितना भी पैसा बहाएं, फिर भी पानी नहीं मिलेगा। आज हम चंद्रमा पर गए, मंगल ग्रह पर भी गए, फिर भी अब तक हम पानी नहीं बना सके। आमिर ख़ान पानी का नियोजन कैसे करना है ये बताने के लिए हमारे बीच आया है. सत्यमेव जयते वॉटर कप प्रतियोगिता के माध्यम से जल साक्षरता की मुहिम गांववालों के बीच लेकर आए है। मेरा ऐसा मानना है कि यह अकेले उनका काम नही सभी ने सहयोग करना चाहिए। इस तरह संदेश महाराष्ट्र के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रदेश की जनता से किया और सूखे पर। मात करने के लिए इस प्रतियोगिता को सफल बनाने की अपील की है।
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