इरफान खान, अलीराजपुर (मप्र), NIT;मन में ठानकर कोई काम किया जाए तो जरूर सफलता मिलती है और काम भी जुगाड से बडे ही बेहतर ढंग से हो तो अपनी अलग छाप छोडने लगता है। इसमें समुदाय भी जुड जाए तो समझिये सोने पे सुहागा हो गया। ऐसा ही कुछ प्रयास अलीराजपुर से करीब 20 किमी दूर बसे छोटे से ग्राम वालपुर के एक युवा और जनप्रतिनिधि (ग्राम पंचायत पंच) ने अपनी इच्छा शक्ति के बल पर कर दिखाया है। करीब दो वर्ष पूर्व इस युवा ने अपने ग्राम को साफ सुथरा रखने का सपना देखा। सपने को पूरा करने के लिए सबसे पहले खुले में शौच मुक्ति के अभियान में आगे आकर सक्रिय भागीदारी निभाई। प्रतिदिन 75 से 100 किलो कचरा और गंदगी जो ग्राम वालपुर की गलियों और मोहल्लों में यहां वहां नजर आती थी अब वह बाकायदा कचरा वाहन में एकत्र होकर गांव के बाहरी सीमा पर खोदे गए एक गढ्ढे में डाली जा रही है। इस संबंध में स्वयं जयपाल बताते हैं कि पहले दिन तो स्वयं अपनी मोटर साइकिल पर उक्त कचरा गाडी लेकर निकले। कुछ लोगों ने पहले आश्चर्य किया लेकिन जब उन्हें बात समझ आई तो उन्होंने भी सहयोग किया। ग्राम को स्वच्छ रखने में मेरा छोटा सा प्रयास पूरे ग्राम को एकजूट कर रहा है, मुझे खुशी है। ग्राम के श्री अजय मोदी, श्री सनवर सोलंकी ने बताया छोटा सा ही सही लेकिन महत्वपूर्ण प्रयास ग्राम में प्रारंभ हो गया है। हम भी पूरा सहयोग कर रहे हैं। श्रीमती शीला सोलंकी, श्रीमती लीला निंगवाल ने बताया पहले हम भी कचरा घर के बाहर फैंक देते थे लेकिन अब कचरा वाहन में डाल रहे हैं। ग्राम को स्वच्छ रखने के लिए हमें ही आगे आना होगा। इस पूरे प्रयास की खबर कलेक्टर श्री गणेश शंकर मिश्रा को मिली तो उन्होंने भी इस प्रयास की प्रशंसा की। वे बताते हैं कि हम जहां रहते हैं वहां का वातावरण साफ और स्वच्छ बने इसके लिए ऐसे ही छोटे-छोटे प्रयासों की आवश्यकता है। श्री जयपाल का प्रयास प्रशंसनीय है। आने वाले समय में श्री जयपाल जिले सहित प्रदेश में स्वच्छता दूत के रूप में नजर आएंगे।
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