कांग्रेस में नहीं है भाजपा को हराने की क्षमता, संगठन के जरिये हराया जा सकता है भाजपा को: आलोक अग्रवाल | New India Times

अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; 

कांग्रेस में नहीं है भाजपा को हराने की क्षमता, संगठन के जरिये हराया जा सकता है भाजपा को: आलोक अग्रवाल | New India Times​आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल ने कर्नाटक विधानसभ चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आज कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के नतीजों से साफ हो गया है कि कांग्रेस के पास भाजपा को हराने की क्षमता नहीं है। कर्नाटक में बीते पांच साल से कांग्रेस की सरकार थी और उसने किसानों के लिए कुछ नहीं किया है। साथ ही भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। भाजपा नेता येदियुरप्पा के भ्रष्टाचार पर कांग्रेस की सरकार ने बीते पांच साल से चुप्पी साधे रखी। इसका खमियाजा उसे चुनाव में भुगतना पड़ा है। 

उन्होंने कहा कि जनता के भ्रष्टाचार और किसानों की दुर्दशा पर कांग्रेस की निष्क्रियता से साफ हो गया था कि उन्हें ऐसी सरकार नहीं चाहिए, जो इन बड़े मसलों पर समझौता करती हो। साथ ही संगठन के तौर पर भी कांग्रेस मजबूत नहीं है, जिससे वह भाजपा को कोई चुनौती नहीं दे पाई। 
उन्होंने कहा कि इस चुनावी नतीजे से साफ हो गया है कि अगर भाजपा को हराना है, तो उसे संगठन की ताकत से ही हराया जा सकता है। किसी तरह की लहर अथवा प्रचार के बजाय जमीन पर मजबूत संगठन के जरिये ही भाजपा की हार संभव है। निश्चित तौर पर भाजपा देश के स्तर पर और मध्य प्रदेश में भी भ्रष्टाचार फैला रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं हैं। इसके अलावा बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधाएं भी नहीं हैं। इसलिए जनता के बीच इस भ्रष्टाचार और कुशासन को लेकर जाया जाए और भाजपा का असली चेहरा सामने लाया जाए, यह जरूरी है। क्योंकि अब प्रदेश की जनता भाजपा का मजबूत विकल्प चाहती है और मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी ही एकमात्र विकल्प है, जो नए मध्य प्रदेश के सपने को साकार कर सकती है। जहां हर व्यक्ति के लिए खुशहाल जीवन की गारंटी होगी और हर वर्ग को समान अवसर उपलब्ध होंगे। 


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading