वी.के.त्रिवेदी, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT;
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में कोतवाली मोहम्मदी के ग्राम कुइयां मदारपुर में दबंगों ने दबंगई कर पहले एक परिवार को धमकी देते हुए मारपीट की और फिर उसके मकान में आग लगा दी जिससे पूरा घर सामान के साथ जल कर राख हो गया। घटना के एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी पुलिस ने दबंगों के खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है। उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी पीडित परिवार को कही से इंसाफ नहीं मिल रहा है जिस कारण पीड़ित परिवार इंसाफ पाने के लिए दर -दर भटकने को ममजबूर।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली मोहम्मदी के ग्राम कुइयां मदारपुर निवासी ओमप्रकाश पुत्र दीना सन् 2000 से ग्राम में स्थित एक तालाब की देखभाल करता चला आ रहा था और तालाब के किनारे ही अपना आशियाना बनाया था जिसमें वह रह कर गुजारा करता था साथ में ही उसका परिवार भी रहता है। बामुश्किल उसने अपना कच्चा आशियाना बनाया था जिसे दबंगों ने दबंगई कर राख के ढेर में तब्दील कर उसको बदहाल कर दिया है जिस कारण अब वह खानाबदोश जिदंगी जीने को विवश है। प्रताड़ित ओमप्रकाश के अनुसार माह मार्च के अंतिम सप्ताह में दबंग ग्राम प्रधान नागेन्द्र सिंह अपने समर्थकों के साथ उसके मकान पर आए और कहा कि तालाब से अपना मकान हटा लो जिसका उसने विरोध किया इससे गुस्से में आकर ग्राम प्रधान ने पहले डंडे से मारा पीटा बाद में ग्राम प्रधान व उसके समर्थकों ने भी हाथ मारा। चीख पुकार मचाई पर किसी ने उसे बचाने का प्रयास नहीं किया। इस बीच उसके मकान में आग लगा दी जिसमें उसका मकान जलकर राख के ढेर में तब्दील हो गया। मकान में आग लगाने से उसका सारा घरेलू सामान, नगदी तथा जेवर आदि जलकर राख हो गया। इसकी सूचना थाना पुलिस और यूपी100 को दी पर 2 घन्टे बाद मौके वारदात पर पहुंची। जब वह अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाना कोतवाली मोहम्मदी गया तो उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई, बाद में सी.ओ.मोहम्मदी से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई पर वहां पर भी उसकी आवाज को दबाव बना कर दबा दी गई।
प्रताड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से मिलकर उनको आप बीती सुनाई पर उसे वहां भी इंसाफ नही मिला अब वह अधिकारियों की चौखटों पर चक्कर लगाते लगाते थक कर चूर हो गया है, पर पुलिस ने उसका मुकदमा नहीं लिखा। देश प्रदेश की भाजपा सरकार वा उच्च तथा उच्चतम न्यायालय के आदेश है कि थाना पर फरियादी का मुकदमा दर्ज हो,अगर मामला पुलिस अधीक्षक के पास आने पर मुकदमा न लिखने वाले पुलिस कर्मचारियों को दंडित कर अपने आफिस में ही मुकदमा दर्ज कराए। इसके बावजूद वह इंसाफ पाने को भटक रहा है जिस कारण दबंगो की रहनुमाई भाजपा के विधायक कर रहे हैं।भाजपा के विधायक से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया पर वह नहीं मिल सके इस लिए उनका पक्ष नहीं दिया जा सका है।
तालाब पर कब्जा करना अपराध है पर किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि मकान में आग लगा कर फूंक डाले और मारपीट करे, यह मानवाधिकारों का उल्लंघन भी है। अब प्रताड़ित गरीब परिवार मानवाधिकार आयोग वा पुलिस के आला अफसरों के पास जाकर इंसाफ की गुहार लगाएगा।
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