शेरा मिश्रा/अविनाश द्विवेदी, कटनी (मप्र), NIT;
कैमोर एसीसी सीमेंट प्लांट के अंतर्गत महगांव अमुआरी में मंदिर व मस्जिद (दरगाह) के तोड़ फोड़ का मामला सामने आया है।
एसीसी अपना उद्योग चलाने के लिए अब धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचा रही है। एसीसी प्लांट हैड ने अपनी वाह वाही और कम्पनी के प्रोडक्शन की बढ़ोतरी के लिए मंदिर मस्जिद तो नष्ट कर डाला है।
एसीसी द्वारा संचालित महगांव माईन्स जहां बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के खतरनाक खदानें खोद कर पत्थर निकाले जा रहे हैं। आरोप है कि नियमों को ताक पर रखकर नियम विरुद्ध कार्य की सहमति जिला प्रशासन ने दे रखी है। निमय को दरकिनार करने बाले छेत्र का शोषण करने के पश्चात अब धर्म की भी हानि करने मे उतारु हो चुके हैं। इसी महँगाव माईनस पर दोनों धर्मो की मंदिर मस्जिद थी हिन्दू धर्म की हनुमान मंदिर तो वही मुस्लिम धर्म की दरगाह जहा ख्वाजा का दरबार सदियों से सजता रहा है। एसीसी सीमेंट प्लांट ने अपने मुनाफे के लिए हनुमान मंदिर के साथ साथ मस्जिद को भी छती ग्रस्त कर डाला बडी बात तो यह है की छती ग्रस्त मंदिर मस्जिद का रास्ता भी नष्ट कर दिया गया मंदिर या मस्जिद तक पहुंचना आसान नहीं रहा एसीसी ने पुरे प्रमाण नष्ट करने का भी प्रयास किया बताया जा रहा है कि प्लांट हैड के आदेश पर दोनों धर्मो को हानि पहुंचाई गई है। इस बात की पुष्टि खदान पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने की और धर्म की हानि पहुचाने बाले अधिकारीयों की कडी नीनदा भी की।
धर्म प्रेमियों को नही लगी हवा
एसीसी सीमेंट के डायरेक्टर प्लांट ने इस मामले को इतनी चतुराई के साथ किया की दोनों धर्मो के धर्म प्रेमियों को हवा नही लगी और हनुमान मंदिर के साथ मस्जिद नष्ट कर दी गई प्लांट के अधिकारियों का कहना है कि उस जगह पर कोई मंदिर व मस्जिद नही है लेकिन जब एसीसी की सुरक्षा व्यवस्था के सहयोग से घटना स्थल तक पहुचा गया तो मंदिर छती ग्रस्त मिली और मस्जिद पुरी तरह ध्वस्त रही।
एसीसी सुरक्षा कर्मियों में भी धर्म प्रेमी है हैं जीवित
एसीसी सीमेंट प्लांट मैनेजमेंट के अधिकारी जहा धर्म और ईश्वर पर अपना अस्तित्व खो रहे है वही छोटे तपके के कर्मचारियों मे अभी भी धर्म प्रेम जीवीत नजर आया प्लांट हैड की इस घिनौनी करतूत की सूचना आम करते हुए इस मामले से पर्दा उठाने मे अपनी अहम भूमिका निभाई।
मंदिर मस्जिद को नष्ट होने से समाज के शुभचिंतकों और प्रेमीयो को आहद पहुंच सकती है। हिन्दू मुस्लिम समाज के लिए एक चुनौती दी है एसीसी के डायरेक्टर प्लांट ने इस तरह की छती से समाज को हानि हो रही समाज की सुरक्षा को गौर करते हुए कानूनी कार्रवाई की जानी उचित होगी कानून अगर इस तरह के मामलो मे भी पर्दा डालने का कार्य किया तो धर्म की रक्षा कौन करेगा। क्या ऎसे मामलों में भी जिला प्रशासन पर्दा डालेगा या आरोपी अधिकारी पर मामला कायम कर धर्म की सुरक्षा का संदेश देगा। धर्म प्रेमियों का मानना है कि अगर कानून ने मामले को गम्भीरता से नही लीया तो मामले से निपटने के लिए धर्म के लोग आगे आकर विरोध करेगे और अपने अपने धर्म आस्था और ईश्वर के लिए न्याय मागेगे।
नये प्लांट की तैयारी
इस तरह की धार्मिक क्षति के पश्चात भी एसीसी एक नया प्लांट उसी जगह लगाने की तैयारी में है। छेत्री जनमानस का कहना है कि एसीसी पहले हमे मूलभूत सुविधाएं दे मध्यप्रदेश सरकार हमे सुविधा दिलाए इसके पश्चात नये प्लांट लगाने की बात करे मध्यप्रदेश सरकार बिना मूलभूत सुविधा के प्लांट की स्थापना कैसे करा सकती है जबकि नियमानुसार स्थापित प्लांट को छेत्र की जनता को मूलभूत सुविधा देनी अनिवार्य होती है किन्तु नियम कानून को रौद कर प्लांट जनता विरोधी कार्य कर रहा है।
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