शराबबंदी को लेकर मानव श्रृंखला बनाने में बच्चों को लेकर बीजेपी लीडर सुशील मोदी ने बिहार सरकार पर साधा निशाना | New India Times

अतिश दीपंकर, पटना (बिहार), NIT; ​शराबबंदी को लेकर मानव श्रृंखला बनाने में बच्चों को लेकर बीजेपी लीडर सुशील मोदी ने बिहार सरकार पर साधा निशाना | New India Timesबिहार के भागलपुर जिला के नारायणपुर में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह में पहुंचे शुशील कुमार मोदी ने 21 जनवरी को होने वाले मानव श्रृंखला में स्कूली बच्चों को लगाए जाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि, पुरे बिहार में बच्चों पर दबाव डाला जा रहा है। कहा जा रहा है कि जो बच्चे मानव श्रृंखला में शामिल नहीं होंगे उनको पोशाक राशि नहीं मिलेगी ,छात्रवृति भी नहीं मिलेगी एवं स्कुल से निकाल दिया जायेगा। उन्होंने निंदा की है। साथ यह भी कहा की कल कोर्ट की सुनवाई है ।इस मामले में कोर्ट को बच्चों को मानव श्रृंखला में शामिल होने पर रोक लगानी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, नेशनल हाइवे पर भी रोक नहीं लगानी चाहिए। नेशनल हाइवे पर रोक लगाने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो जाएगा। ​​​​

शराबबंदी को लेकर मानव श्रृंखला बनाने में बच्चों को लेकर बीजेपी लीडर सुशील मोदी ने बिहार सरकार पर साधा निशाना | New India Timesइससे पहले बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री शुशील कुमार मोदी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह  का उद्घाटन  दिप प्रज्वलित कर किया। इस कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते समय शुशील कुमार मोदी ने कहा की बिहार में डेढ़ करोड़ परिवार ऐसे हैं जिनके घर में शौचालय नहीं है। यहां की महिलाएं खुले में शौच करने जाती हैं। इस साल 40 लाख घरों में शौचालय बनना था लेकिन इस साल सिर्फ 4 लाख घरों में ही शौचालय बना है। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करने के लिए बिहार सरकार को कहा है, साथ ही अगले दो साल के अंदर बिहार में एक भी घर बचना नहीं चाहिए। जिनके घर में शौचालय नहीं है वहां जल्द से जल्द शौचालय बन जाना चाहिए। इस दौरान हर गरीब को पक्के माकन देने की भी बात शुशील कुमार मोदी ने कही है।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading