मोहम्मद इसहाक मदनी, ब्यूरो चीफ, मैहर (मप्र), NIT:
मैहर जिले की अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डिठौरा स्थित शासकीय एकीकृत माध्यमिक शाला में शिक्षक स्टाफ की मनमानी एवं लापरवाही के गंभीर आरोप सामने आए हैं। ग्रामीणों के अनुसार विद्यालय में पदस्थ शिक्षक नियमित समय पर नहीं आते, जिससे छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
सूत्रों के अनुसार विद्यालय के शिक्षक प्रायः सुबह 11 से 12 बजे के बीच स्कूल पहुँचते हैं और दोपहर 2:30 से 3 बजे के बीच स्कूल बंद कर देते हैं। इस दौरान भी कई बार शिक्षक शिक्षा कार्य की जगह आपस में बातचीत में व्यस्त रहते हैं। परिणामस्वरूप कक्षा 5वीं से 8वीं तक के अधिकांश छात्र-छात्राएं ककहरा (बुनियादी पढ़ाई) तक ठीक से नहीं सीख पा रहे हैं।
ग्रामीणों, विशेषकर एससी-एसटी वर्ग के लोगों का कहना है कि शिक्षकों द्वारा गरीब परिवारों के बच्चों को उपेक्षित किया जा रहा है, जिससे उनका शैक्षणिक भविष्य प्रभावित हो रहा है और आगे चलकर उन्हें रोजगार अवसरों में कठिनाई हो सकती है।
विद्यालय की स्थिति साफ-सफाई की दृष्टि से भी बेहद खराब बताई जा रही है। इन दिनों विद्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें विद्यालय की जर्जर और अव्यवस्थित स्थिति दिखाई दे रही है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी से विद्यालय में जांच कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
दीपक कुशवाहा ने कहा कि “शिक्षक को गुरु माना जाता है। गुरु का दायित्व बच्चों को समान व्यवहार के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। जब सरकार द्वारा शिक्षकों को अच्छा वेतन दिया जाता है तो शिक्षण में लापरवाही अक्षम्य है।”
