अतिश दीपंकर, पटना (बिहार), NIT; बिहार में शिक्षा की बदहाली के खिलाफ NSUI का इंकलाब छात्र आंदोलन की मांग, अब शिक्षा के सुधार के लिये आरजू मिन्नत नही होगी अब सड़क पर संघर्ष होगी। बिहार की बदहाल होती शिक्षा पर सरकार जबाब दे, आखिर क्यों शिक्षा नीति पर सदन में कोई चर्चा नही होती ?
बिहार की 90% विश्वविद्यालय का सेशन विलम्ब क्यों है ? सरकार और राज्यभवन कब तक एक दूसरे पर आरोप लगाकर बचते रहेंगे ?
बिहार के विश्वविद्यालय का शैक्षणिक, खेल और सांस्कृतिक कैलेंडर सरकार जारी क्यों नही करती और उस पर अमल क्यों नही किया जाता ?
हाईस्कूल से लेकर महाविद्यालय तक में पूरे बिहार के अंदर हर जगह शिक्षक गायब रहते हैं। सरकार इसको लेकर कोई कारवाई क्यों नहीं करती ?
स्नातक स्तर के सभी विश्वविद्यालय में सेशन अविलम्ब है, जिस कारण से युवा रोजगार की तलाश में भी कही नहीं जा पाते हैं। सरकार इसको लेकर क्यों कुछ नही करती है ?
आज भी बिहार के कई प्रखंड में महाविद्यालय नहीं है। जिस कारण से कई छात्रों का शिक्षा रुक जाता है।
विधि महाविद्यालय बहुत कम ही जिले में हैं, इसको लेकर सरकार आखिर क्यों गम्भीर नही है?
बिहार के छात्रों को बिहार में ही रोजगार देने के लिये सरकार बिहारी छात्रों को आरक्षण क्यों नही देती ? जबकि ये कई राज्यों में लागू है।
विश्वविद्यालय कैम्पस लूट का अड्डा बना हुआ है। गरीब परेशान छात्रों को लूटा जा रहा है। इस पर त्वरित कारवाई होनी चाहिये।
युवा को ठग कर सरकार बनाने वालों के खिलाफ बिहार के छात्रों का इंकलाब।
कब तक बेहतर शिक्षा के लिये बिहार का छात्र कर्ज लेकर बिहार से बाहर जाकर पढ़ेगा?
शिक्षक कम वेतन के कारण हमेशा हड़ताल पर रहते हैं, इसका निदान सरकार करे जिससे बिहार के छात्रों का भविष्य खराब ना हो।
छात्र पिछड़ा है, तभी बिहार पिछड़ा है।
छात्रों को आगे बढ़ाओ, बिहार खुद आगे बढ़ेगा
हर साल बिहार में शिक्षा और रोजगार के नाम पर करोडों का घोटाला हो रहा है, मगर सरकार खामोश है।
बिहार के छात्रों के हक के लिये बिहार NSUI का इंकलाब छात्र आंदोलन।
बिहार के छात्रों का अपमान बन्द हो।
बिहार के छात्रों को हक़ देकर उनका सम्मान हो।
NSUI के प्रदेश अध्यक्ष चुन्नू सिंह ने आह्वान किया कि, साथिओ , अभिभावकों NSUI बिहार ने आज आंदोलन का बिगुल फूंका है। आप सब देख रहे हैं कि बिहार में प्रति दिन शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है, अगर हम सब अब भी चुप रहे तो हमारी आने वाली पीढ़ी भी बर्बाद होगी। इसलिए हम सबको मिल कर एक नये सोच के साथ निर्णायक आंदोलन करने की जरूरत है।
आप सभी के द्वारा जो मांग भेजा गया था हमने उसे आज सरकार के सामने रखा। अगर सरकार पूरा नहीं करती है तो हम सब संघर्ष करेंगे।
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