प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में नुक्कड़ नाटक ‘डिजिटल अरेस्ट’ का सफल आयोजन | New India Times

गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:

प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में नुक्कड़ नाटक ‘डिजिटल अरेस्ट’ का सफल आयोजन | New India Times

दिनांक 11.03.2025 को प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर में नुक्कड़ नाटक-डिजिटल अरेस्ट का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ‘डिजिटल-अरेस्ट’ विषय पर जागरूकता फैलाना था तथा आनलाइन ठगी और साइबर अपराध के प्रति जागरूकता फैलाना था। संस्थान के निदेशक डाॅ. निशांत जोशी जी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट वर्तमान स्थिति में किये जाने वाले साइबर अपराध जो कि सरकारी अधिकारियों या सरकारी एजेंसियों जैसे राज्य पुलिस, सीबीआई, की नकली पहचान बनाकर आम लोगों से किया जाता है। इस सम्बंध में डिजिटल अरेस्ट नुक्कड़-नाटक आमजन में जागरूकता फैलाने के लिये एक मील का पत्थर साबित है। जागरूकता फैलाने के लिए संस्थान ऐसे कई कार्यक्रम आयोजित कराता है। संस्थान की सह निदेशिका डाॅ. तारिका सिंह ने बताया कि साईबर स्कैम कई प्रकार से किया जा रहा है। फिशिंग स्कैम, लाॅटरी और पुरस्कार स्कैम, जाॅब स्कैम, निवेश स्कैम, क्रेडिट कार्ड स्कैम जैसे स्कैम से बचाने एवं उसकी जारूकता फैलाने के लिए ऐसे कार्यक्रम का संस्थान में किया जाना आवश्यक है।

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिखाया गया कि कैसे ठग, फर्ज़ी पुलिस बनकर लोगों को डराते है और उनके पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं ताकि दर्शक सतर्क रहें और साइबर अपराध से बचाव कर सकें। इस नुक्कड़ नाटक में 150 से अधिक दर्शकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सम्पूर्ण नाटक का उद्देश्य समझा एवं इसकी सराहना की।
कार्यक्रम में गीतांजली विश्वकर्मा मार्केटिंग आफिसर-पंजाब नेशनल बैंक, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। इस कार्यक्रम के समन्वयक सहायक प्राध्यापिका सुगंधा मुदुली रही तथा यह कार्यक्रम हर्ष सिसोदिया, ईशा अरोरा, अकांक्षा तोमर, आकर्ष सोनी, तुनषी मिश्रा, हर्ष गुप्ता, हिमानी शर्मा, हिमानी शर्मा, सिद्धि साखपाल, आनंद जैन, उत्तम गुप्ता, तनु अग्रवाल, सौम्या चैहान, दिव्यांश खण्डेलवाल, आयुष गोयल, रोशनी शर्मा, अभिषेक गुर्जर के सहयोग से पूर्ण हुआ।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading