जितेंद्र वर्मा, हरदा (मप्र), NIT; जिले के टिमरनी नगर सहित आसपास के गांवों में पुलिस एवं आबकारी विभाग की मिली भगत से अवैध शराब के कारोवारीयों के हौसले बुलंद हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार यहां सुबह 5 बजे से लेकर 9 बजे तक मोटर साईकिल एवं चार पाहिया वाहनों से शराब कपडों की पोटरी में बांधकर ले जाने का कार्य खुले आम किया जा रहा है। साथ ही शाम होते ही वाहनों से अवैध शराब का परिवहन करने का सिलसिला फिर जारी हो जाता है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के ढाबों पर भी खुले आम शराब परोसी जा रहीं है लेकिन उच्च अधिकारीयों को गुमराह करते हुए कागजी कार्यवाहीं पुलिस एवं आबकारी विभाग दर्शाकर शराब की बिक्री कराई जा रहीं है।
कलेक्टर ने रोकथाम के लिए थी पहल
जिले भर में अवैध शराब वालों पर अंकुश लगाने के लिए जिले के कलेक्टर अनय द्विवेदी ने कुछ दिन पहले जिले के सभी अधिकारीयों कर्मचारीयों को अवैध कारोबार को करने वालों एवं अपने घर के आसपास दुकानें, ढाबे एवं घर से शराब बेचने वालों की रोकथाम के लिए एक मोबाईन नंबर 9425018308 जारी था। जिस पर कई बार लोगों ने शिकायतें भी कीं लेकिन आज तक उन कारोबारीयों पर अंकुश नहीं लगाया गया। इन अवैध शराब के मामलों में नगर की पुलिस पर अपने संरक्षण में शराब विकवाने का जागरूक नागरिकों द्वारा लगाया जा रहा है।
बच्चों ने भी कलेक्टर से की शिकायत
क्षेत्र के ग्राम बिच्छापुर बघवाड व छिदगांवमेल में लोक कल्याणा शिविर के दौरान भी गांव के लोगों ने तथा स्कूली बच्चों ने भी स्वयं कलेक्टर से अपने घर के पीछे एवं पासपडोस में अवैध शराब की बिक्री रोजाना होने की जानकारी दी थी लेकिन उन स्थानों पर आज भी अवैध शराब की बिक्री जारी है, जिसे रोकने में प्रशासन नाकाम साबित हुआ है। आये दिन पुलिस विभाग के अधिकारी छोटी छोटी जगहों पर छापामार कार्यवाहीं सिर्फ वरिष्ठ अधिकारीयों को दिखाने के लिए करते हैं, जिससे यह साबित हो सके की पुलिस विभाग अवैध शराब की धरपकड कार्यवाहीं कर रही है लेकिन मौके पर जाकर देखा जाये तो हकीकत कुछ ओर ही वयां कर रहीं है।
क्यों नहीं होती है कार्यवाही?
गांव के लोगों का कहना है कि, इन अवैध शराब बेचने वालों पर पुलिस विभाग धर पकड़ की कार्यवाही क्यों नहीं करती है? क्या पुलिस विभाग को इन शराब बेचने वालों की कोई जानकारी नही हैं या पुलिस व आबकारी विभाग जानते हुए भी अनजान बन रही है? पुलिस विभाग के कुछ कर्मचारी थोड़़े से कमीशन के चक्कर में आकर शराब बेचने वालों को खुले आम बेचने की छूट देकर अपनी मनमर्जी का काम कर रहें है। ग्राम नौसर के सरपंच पति दीपक ठाकूर, नगर के नागरिक राकेश राजपूत, अधिवक्ता उमेश चौबे, बिजनेसमैन संदीप मीणा आदि ने बताया की नगर सहित आसपास के गांवों में जहां पीने को पानी नहीं मिलता है वहां आसानी से शराब मिल रही है। रोजना लोग शराब पीकर खुले आम सड़कों पर गाली गालोच मारपीट करते हैं। ऐसे कई मामले नगर के थानों में भी दर्ज हैं, इसके बाबजूद भी विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
इनका कहना है….
हमारे द्वारा कई बार कार्यवाहीं की गई है, और समय समय पर करते भी आ रहे हैं। कुछ स्थानों से शराब भी जप्त की जाती है। आगे भी कार्यवाहीं की जायेगी: के.एस. मुजालदे आबकारी अधिकारी हरदा
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