अबरार अली, ब्यूरो चीफ, सिद्धार्थ नगर (यूपी), NIT:
लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता की बर्खास्तगी को लेकर लेखपाल संघ के पदाधिकारियों के निर्देश पर जिले भर के लेखपाल आन्दोलित हो गए हैं। इस बाबत गुरूवार को तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को माने जाने का आह्वान किया। तहसील अध्यक्ष इटवा अमरदीप चौधरी तथा तहसील मंत्री इटवा नवीन चौधरी ने बताया कि लेखपाल संघ के पदाधिकारियों के निर्देश पर तीन दिवस का धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया है। यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तो संगठन पदाधिकारियों के निर्देश पर धरना और आगे तक बढ़ेगा।
पदाधिकारी द्वय ने बताया कि मृतक किसानों का लेखपालों द्वारा किये गये वरासत को खतौनी में दर्ज कर उनके वारिसों को निःशुल्क खतौनी की प्रमाणित प्रति देने का परिषदादेश है। परन्तु तहसील के अधिकारियों द्वारा खतौनी की प्रमाणित प्रति उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। इस उपलब्ध कराया जाए।भूमिहीन, गरीब किसानों के पटटे की भूमि को कई वर्ष बीत जाने के पश्चात भी भूमिधरी का अधिकार नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण किसान के०सी०सी०लोन व विक्रय आदि का लाभ नहीं ले पा रहा है। किसान हित में असंक्रमणीय भूमिधर को संक्रमणीय भूमिधर घोषित किया जाय।तहसील शोहरतगढ़ में बाढ पीडित किसानों को फसल क्षति का लाभ पहुंचाने के कारण नियम विरूद्ध तरीके से लेखपाल जगदीश चौरसिया को निलंबित कर दिया गया है। जिन्हें तत्काल बहाल किया जाय।
तहसील नौगढ़ में कार्यरत लेखपाल अखिलेश यादव पर प्रशासनिक दबाव बनाकर 20 वर्ष पुराने प्रकरण में लगभग 10 वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त लेखपाल पर एफआईआर दर्ज करवा दिया गया है। लेखपाल अखिलेश यादव को निलंबित कर दिया गया है। जबकि कार्यरत एवं सेवानिवृत्त लेखपाल निर्दाेष हैं। विभागीय कार्यवाही समाप्त किया जाये। आबादी (डीह) की खाली पड़ी भूमि को ग्रामीणों की सहमति से लेखपाल शिवशंकर के द्वारा हाट बाजार के नाम से घरौनी प्रपत्र-5 में अंकित कर दिया गया है। जिसमें संशोधन की प्रक्रिया अभी शेष है, फिर भी सार्वजनिक हित में कार्य करने के बाद भी उपजिलाधिकारी नौगढ़ के द्वारा लेखपाल शिवशंकर को निलंबित कर दिया गया।
निलंबन वापस लिया जाय।इसी प्रकार तहसील नौगढ़, शोहरतगढ़ व बांसी में नियम विरुद्ध, भ्रष्ट तरीके से कई लेखपालों को निलंबित किया गया है। जिन्हें तत्काल बहाल किया जाय। लगभग 5 माह से वेतन, सरकारी लाभ लिये बगैर चिकित्सा अवकाश पर चल रहे जिलाध्यक्ष अजय कुमार गुप्त को द्वेष भावना में तानाशाही, नियम विरूद्ध तरीके से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। जिसे तत्काल वापस लिया जाय। वर्षों पूर्व मृतक लेखपालों के समस्त बकाया देयों का तत्काल भुगतान कराया जाय।
जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में जारी कार्यवृत दिनांक-02/12/2022, 21/10/2023, व 03/10/2024 एवं जिला कार्यकारिणी के प्रस्ताव दि० 13/11/2024 का तत्काल अनुपालन कराते हुए लेखपालों की सभी मांगों, समस्याओं का निस्तारण कराया जाय। लेखपाल संघ सिद्धार्थनगर उपरोक्त सभी मांगों, समस्याओं का शासनादेश, परिशदादेश के अनुसार अनुपालन चाहता है। सभी समस्याए जिलाधिकारी के संज्ञान में हैं, परन्तु जिला अधिकारी द्वारा समस्याओं का निस्तारण न करके कार्यवाही का डर दिखाकर लेखपालों की आवाज को दबा रहे हैं। भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दे रहे हैं। लेखपाल संघ सिद्धार्थनगर शासन से जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर के तत्काल स्थानान्तरण की मांग करता है। इस अवसर पर राज कुमार, नवीन कुमार, अरविन्द कुमार, पन्ना लाल यादव, हिशामुद्दीन आदि लेखपाल लोग उपस्थित रहे।
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