वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
प्रदेश में लगातार यौन उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में पुलिस प्रशासन की ज़िम्मेदारी अहम हो जाती है क्योंकि पीड़िता और उसके परिजनों को आस होती है कि पुलिस निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी और किए गए अपराध के लिए कोर्ट से सजा दिलवायेगी। लेकिन खीरी जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के मुताबिक मामला जिले की कोतवाली नीमगांव के ग्राम दानपुर, मुड़िया क्षेत्र का है जहां यौन शोषण का वीडियो बनाने वाले दबंग के अत्याचार से जूझती अनुसूचित जाति की युवती के गर्भधारण के बाद भी दबंगों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा बल्कि बलपूर्वक पीड़िता का गर्भपात करवा दिया गया।
दबंगों द्वारा निरन्तर यौन शोषण व ब्लैकमेलिंग से पीड़ित युवती द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाने हेतु दी गयी तहरीर के आधार पर नीमगांव पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 296/24 धारा 87 BNS के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया। पीड़ित के पत्र के अनुसार माननीय न्यायालय में गवाही देने के समय दरोगा शिवकुमार ने कहा कि कोर्ट में कहना कि मैं आरोपी से शादी करना चाहती हूं तो न्यायालय तुम्हारी शादी करवा देगा, दरोगा के झांसे में आकर युवती ने कोर्ट के सामने सिर्फ शादी की बात कह दी जिसके बाद अब पीड़िता को दरोगा इधर उधर घुमा रहा है और विपक्षीगणों की मदद कर रहा है। हालांकि पीड़िता ने जिलाधिकारी, एसपी, मुख्यमंत्री, महिला आयोग समेत उच्च अधिकारियों से गुहार लगाते हुए न्याय की मांग की है।
वहीं पुलिस के रवैये से परेशान दुष्कर्म पीड़िता ने कहा है कि अगर मुझे न्याय नहीं मिलता है तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। वही जब उप निरीक्षक शिवकुमार थाना नीमगांव से उक्त मामले में जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है युवती नारी सुधार गृह से आकर आरोपी के घर पहुंची है हालांकि सवाल पूछने पर गोलमाल जवाब में दरोगा जी आरोपी की पैरवी करते नज़र आए।
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