अशफाक कायमखानी, जयपुर/अहमदाबाद, NIT; अगामी 9 व 14 दिसम्बर को होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में जनता से मतदान करवाने के लिये आकर्षित करने के लिये राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने अन्य प्रदेशों के अलावा राजस्थान से भी अनेक नेताओं को विधानसभा वार आबजर्वर लगाकर उनके अनुभवों व सम्पर्कों का सदुपयोग करने के निर्देश देकर उनको कांग्रेस उम्मीदवारों को जीताने की जिम्मेदारी के साथ अलग अलग क्षेत्रों में बतोर प्रभारी लगा रखा है। जिनमें राजस्थान के दिग्गज नेता व पुर्व केन्द्रयीय मंत्री सुभाष महरिया चार विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी लेकर आपसी समन्वय बैठाकर मतदाताओं से सीधा सम्पर्क साध कर अचूक दवा की तरह कांग्रेस हित में उपयोग में आ रहे हैं।
पुर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया के जिम्मेदारी वाली अहमदाबाद की चारों विधानसभा क्षेत्र की जनता से सीधा संवाद कायम करके उनकी हर एक बात सूनकर अपने अनुभवों व सम्पर्कों की ताकत के बल पर महरिया ने कांग्रेस हित में जो हवा का रुख बदला है उसकी जितनी तारीफ की जाये वो कम है।
हालांकि अहमदाबाद की दरियापुर, असरवा, नरोड़ा व नारायपुर विधानसभा क्षेत्रों के कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा होना अभी बाकी है, लेकिन उसके पहले ही सुभाष महरिया ने स्थानीय संगठन व आम कांग्रेस वर्करस में आपसी समन्वय बबैठाकर दिन रात एक करके कांग्रेस की स्थिती को मजबूत करने में अपने अनुभवों व साधनों को झोंक कर पार्टी हित में सियासी फसल काटने के लिये जन माहोल बनाने में काफी हद तक सफलता पा ली बताते हैं। प्रवासी राजस्थानियों की इन क्षेत्रों में अच्छी खासी तादात होने के कारण वो सभी महरिया को अपने मध्य पाकर उन्हें अपने दिल की हर बात कहकर पार्टी हित में रिजल्ट लाने का वादा व मेहनत कर रहे हैं। वहीं आम गुजरातियों में भी महरिया वहां के स्थानीय मुद्दों व विकास का मामला उठाकर उनके दिलों में गहराई तक अपनी बात पहुंचाने में सफल होते नजर आ रहे हैं।
कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान के दिग्गज कांग्रेसी नेता व पुर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया जैसे एक एक प्रत्येक लीडर कांग्रेस हित में कड़ी मेहनत करने पर हर दम हर हाल में उतारु मिले तो खोई प्रतिष्ठा गुजरात में फिर कांग्रेस प्राप्त कर सकती है।
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