मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

बुरहानपुर की दिवंगत स्पिरिचुअल शख्सियत पीर अब्दुल गफूर बख्शुल्लाह शाह अशरफी उर्फ़ सरकार ए बुरहानपुर ने अध्यात्म के क्षेत्र में सात समुंद्र पार बुरहानपुर का नाम रोशन करने का काम किया है। उनकी वंश परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए उनके युवा पोते और जामिया अशरफिया बुरहानपुर के नाज़िम ए आला पीरे तरीक़त हज़रत अल्लामा मौलाना अहमद अशरफ़ अशरफी के बड़े पुत्र हज़रत मौलाना हसनैन अशरफ़ अशरफी भी अब सक्षम हो गए हैं।
उन्हें यूपी के किछौछा मुक़द्दसा से दौरे हदीस की तालीम मुकम्मल करने पर उर्से मखदूमी के मौक़े पर हुज़ूर क़ाईदे मिल्लत हज़रत अल्लामा मौलाना सैयद महमूद अशरफ किब्ला के दस्ते मुबारक से दस्तार फज़ीलत से नवाज़ा गया। इस मौके पर जानशीन ए सरकार ए बुरहानपुर हज़रत अल्लामा मौलाना अहमद अशरफ अशरफी, क़ारी सद्दाम अशरफी, हाफ़िज़ नदीम साहब के साथ बुरहानपुर के कई गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे।
दस्तारे फ़ज़ीलत से नवाजे जाने पर अशरफिया सिलसिले सहित उनके शुभ चिंतकों, फ्रेंड सर्कल, रिश्तेदारों और समाज में हर्ष व्याप्त है। इस उपलब्धि पर सभी ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। युवा धार्मिक विद्वान मौलाना हसनैन अशरफ़ ने इस प्रतिनिधि को बताया कि उनकी 10 अगस्त को कर्नाटक एक्सप्रेस से बुरहानपुर वापसी होगी।
