वैध कनेक्शन को अवैध बताकर काटा चालान, बिजली विभाग की मनमानी से उपभोक्ता परेशान | New India Times

इदरीस मंसूरी, गुना (मप्र), NIT:

वैध कनेक्शन को अवैध बताकर काटा चालान, बिजली विभाग की मनमानी से उपभोक्ता परेशान | New India Times

कुंभराज तहसील के मृगवास में बिजली विभाग की लापरवाही का नतीजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है बिजली विभाग की मनमानी से परेशान होकर उपभोक्ता द्वारा शिकायत की गई है दरअसल मामला मृगवास कस्बे का है जहां उपभोक्ता के वैध कनेक्शन को अवैध बताकर चालान काटा गया है शिकायतकर्ता पवन लोधा द्वारा बताया गया है की शिकायतकर्ता के पिता रामसिंह लोधा के नाम घरेलू और गैर घरेलू कनेक्शन है।

वैध कनेक्शन को अवैध बताकर काटा चालान, बिजली विभाग की मनमानी से उपभोक्ता परेशान | New India Times

विद्युत वितरण केन्द्र मृगवास के चेकिंग दल के द्वारा दिनांक 19/07/2024 को रामसिंह लोधा के आवास पर चेकिंग दल के ‌द्वारा जांच के दौरान बताया गया कि आपकी दुकान की बिजली तो सीएल कनेक्शन मीटर से ही चल रही है परंतु अलग दुकान के लिये अलग मीटर होना चाहिए था, इस आधार पर उन्होंने धारा 135 के अन्तर्गत DIRECT THEFT NON-DOMESTIC (बिजली चोरी) का हवाला देकर नियम विरुद्ध पंचनामा क्र॰ OM-130889- 1721213476383 बनाकर उपभोक्ता पर 8886 रुपये का जुर्माना अधिरोपित किया गया। जबकि उपभोक्ता के सीएल कनेक्शन IVRS NO. 384931144526 के मीटर से ही दुकानों में बिजली का उपयोग किया जा रहा था, एवं सभी दुकाने एक ही परिसर में स्थित थी।

उपभोक्ता के घरेलू एवं आवासीय दोनों अलग-अलग बिजली कनेक्शन है। ऐसे में नियम विरुद्ध बिजली चोरी का प्रकरण दर्ज किये जाने से उपभोक्ता परेशान है। शिकायतकर्ता पवन लोधा द्वारा आरोप लगाया गया है की बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर अनिल वास्कल और बिजली विभाग में पदस्थ कर्मचारी परमाल सिंह कुशवाह, नंदकिशोर नामदेव व राजेंद्र शर्मा द्वारा गलत तरीके से बिना जानकारी के अभाव में पंचनामा बनाकर उपभोक्ता को नोटिस दिया है।

जिसके बाद फरियादी ने बिजली विभाग के दफ्तर पहुंचकर लिखित में आवेदन दिया व  सुपरवाइजर से पूछा की मेरे दो कनेक्शन है और सभी दुकानों व घर का कनेक्शन मीटर से जुड़े होने के बावजूद भी आपने बिजली चोरी का केस कैसे बना दिया है तो जे.ई. द्वारा संतोषजनकजनक जवाब न देकर गुमराह करने लगे की आपके चार दुकानें है व मीटर पर लोड कम है आपको लोड बड़वाना पड़ेगा, और जो चालान काटा है वो जमा करना पड़ेगा।

फरियादी ने बिजली विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया की बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा बिना लोड जांच किए मनमाने ढंग से चालान काटा है, जबकि उपभोक्ता द्वारा बताया गया की मेरी दुकानों में एक एक एलईडी बल्ब और पंखा चलता है ऐसे लोड कम होने का सवाल ही पैदा नहीं होता, अगर लोड भी कम है तो उसको जांच करने के बाद लोड बढ़ाया जाना चाहिए था लेकिन उन्होंने बिजली चोरी का प्रकरण क्यों बनाया? फरियादी ने आगे बताया कि पिछले कई सालों से मेरे दो कनेक्शन है जिसूमे मेरी चार दुकान और घर की लाइट जलती है समय पर बिल जमा करता हूं और ना ही कोई बिल बकाया है, मेरे वैध कनेक्शन को अवैध बताकर बिजली चोरी का प्रकरण बनाकर मुझे मानसिक एवम आर्थिक रूप से परेशान किया है  जिसके कारण हम न्यायालय की शरण लेंगे।

शिकायतकर्ता द्वारा अपने लिखित आवेदन में आरोप लगाया की घरेलू बिजली कनेक्शन IVRS क्र० 384931925111 जिसका मीटर चालू एवं सही स्थिति में होने के बाद भी मीटर रीडर द्वारा मौका स्थल पर मीटर की रीडिंग लेने नहीं आता एवं मीटर को खराब बताकर अनुमानित खपत का बिल दिया जा रहा है जिसके कारण उपभोक्ता द्वारा तो प्रति माह बिजली बिल का भुगतान किया जा रहा है लेकिन बिजली बिल की कुल खपत में नहीं जोड़ा जा रहा है जिसके कारण मीटर एवं बिजली बिल की कुल खपत में फर्क आ रहा है।

इनका कहना है

“उपभोक्ता की चार दुकानें है, जिन पर लोड कम,और कनेक्टेड लोड कम होने के कारण चालान काटा गया”
अनिल वास्कल
जेई मृगवास


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By nit

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