मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
नगर के भरतिया परिवार पर 13 दोनों में एक और प्राकृतिक आपदा आई है। गुजराती समाज बुरहानपुर की प्रसिद्ध शख्सियत, पुराने सराफा व्यापारी रसिकलाल भरतिया,निवासी प्रतापपुरा बुरहानपुर के निधन के 13 दिन बाद उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राधाबेन रसिकलाल भरतिया का शनिवार रविवार की मध्य रात्रि लंबी बीमारी के बाद एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे भरतिया परिवार की ही नहीं बल्कि समाज की वह एक अद्वितीय, दयालु, धार्मिक प्रवृत्ति की सर्वगुण संपन्न और अपने चेहरे पर सदा मुस्कुराहट और मुस्कान रखने वाली महिला थीं।
उन्होंने अपने घर परिवार को संभालने, और समाज में एक अच्छा स्थान दिलाने में महती और मार्गदर्शन भूमिका निभाई। उन्होंने अपने पीछे अपनी चार बेटे और एक बेटियों, पोता पोती, नवासा नवासी सहित हंसता खेलता भरा पूरा परिवार छोड़ा है। उनकी सबसे बड़ी बहू श्रीमती निरुपमा कमल कुमार भरतिया लालबाग शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल से रिटायर्ड प्रिंसिपल रही हैं।
वहीं मंझली बहू श्रीमती रचना कपिल कुमार भरतिया इंपिरियल अकैडमी बुरहानपुर में सीनियर टीचिंग स्टाफ है तथा छोटी बहू सेंट जेवियर्स कॉलेज में लाइब्रेरियन के पद पर कार्यरत हैं। एक पोता मानव कपिल कुमार भरतिया सॉफ्टवेयर कॉरपोरेट ट्रेनर है और एक पोती अहमदाबाद में कंपनी सचिव है। उनकी अंतिम यात्रा रविवार को दिन में 11:00 उनके निवास प्रतापपुरा से निकाली गई, जिसमें गणमान्य नागरिक गणों के साथ समाज जनों, ईष्ट मित्रों,रिश्तेदारों ने शिरकत की। मुखाग्नि उनके सबसे छोटे बेटे गीतेश कुमार भरतिया ने दी। उनका अंतिम संस्कार सतयारा घाट पर हिंदू रीति रिवाज एवं परंपरा अनुसार किया गया।
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