सलमान चिश्ती, रायबरेली ( यूपी ), NIT;
रायबरेली जिला के सलोन कोतवाली क्षेत्र के करहिया चौकी अंतर्गत हरे पेड़ों की कटान धड़ल्ले से जारी है।पुलिस और वन विभाग की मिली भगत से वन माफियाओं द्वारा क्षेत्र में हरे वृक्षों को काटकर अवैध तरीके से आरा मशीनों पर पहुंचाने के आरोप सामने आ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार सलोन कोतवाली क्षेत्र के रायबरेली प्रतापगढ रोड स्थित ग्राम सिरसिरा, रामपुर कसिहा आदि उत्तरी हिस्से में हरे पेड़ों की कटान धड़ल्ले से जारी है। वन माफिया पेड़ों को धराशायी करने के बाद उनका बोटा बनाकर प्रतापगढ़ जिले के बॉर्डर से सटे आरा मशीनों पर पहुंचाते है, जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस और वन विभाग के अधिकारियो को दी जाती है परंतु लकड़ी ठेकेदारों से मिलीभगत होने के कारण स्थानीय पुलिस व वन विभाग के अधिकारी पेड़ों की कटान को लेकर अनजान बने रहते हैं और वन माफिया अपनी लकड़ी लेकर फरार हो जाते हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि हरे पेड़ों की अवैध कटान के बारे में कई बार मुकामी पुलिस व वन कर्मियों को सूचना दी गयी लेकिन वन विभाग व पुलिस मौन है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस रफ्तार से पेड़ों की कटान चल रही है यदि इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो क्षेत्र में बाग-बगीचों का दर्शन भी दुश्वार हो जायेगा। दूसरी तरफ आरा मशीनों पर हरे पेड़ के बोटों का अंबार लगा हुआ है। जानकारों का कहना है कि कुछ लकड़ियां जहां स्थानीय स्तर पर बेच दी जाती हैं वहीं अच्छे किस्म की लकड़ियों को ट्रक पर लादकर दूसरे जनपदों में भेज दिया जाता है। इसमें स्थानीय करहिया चौकी के इंचार्ज सहित कुछ सिपाही और वन माफिया की अच्छी साठगांठ क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोतवाली प्रभारी जीडी शुक्ला व वन क्षेत्राधिकारी छोटे लाल यादव ने बताया की कटान की ऐसी कोई जानकारी नही है। मौके पर टीम भेजकर जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.