नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
NH 753 L पहुर जामनेर बोदवड़ मुक्ताई नगर आगे महाराष्ट्र PWD की सीमा तक कुल 78 किमी वन लेन सीमेंट कांक्रीट सड़क का आखरी 12 किमी का निर्माण निहायत हि घटिया कराया गया है। New india times ने 450 करोड़ के इस टू फेज प्रोजेक्ट को लेकर फेज 1 पर कई स्टोरी की है। आज हम फेज 2 की बात करेंगे इस फेज का काम नाडगांव रेलवे क्रासिंग के आगे कच्छ गुजरात की सरस्वती कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। प्रोजेक्ट की कीमत 178 करोड़ है वही टेंडर 128 करोड़ का है। मुक्ताई नगर से आप मध्य प्रदेश की ओर निकलते हैं तब 15 किमी यानी इच्छापुर गांव तक दो साल पहले बनाई गई 753L सीमेंट सड़क बिलकुल जर्जर हो गई है। जगह जगह पर सीमेंट ब्लॉक्स को उखाड़कर रफ्फू कराया गया है। 30/11/2024 तक ये प्रोजेक्ट मेंटेनेंस में है जो कि किया भी जा रहा है।
लेकिन सड़क की बुनियाद हि खोखली होने के चलते तीस साल की आयु अर्जित करने वाली यह सड़क 2024 से 2030 इन छह सालों में मिट्टी में मिल जाएगी। इस प्रोजेक्ट को 2017 में मंजूरी मिली थी तब महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार थी। सरस्वती कंस्ट्रक्शन को 178 करोड़ का धंधा मिलने के बाद कंपनी ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए भाजपा को कितना चंदा दिया यह हमें पता नहीं। चंदे का धंधा गंदा है पर राजा का अपना पसंदीदा है। इस प्रोजेक्ट में पूर्णा नदी पर ब्रिज बनाना प्रस्तावित था जो अब तक बना नहीं। अब हम बात करेंगे इच्छापुर से बुरहानपुर मध्य प्रदेश राज्य मार्ग नं 27 जो डामर का है वो आज से पांच साल पहले यूरोप के किसी देश की सड़क जैसा था। इच्छापुर से आप बुरहानपुर की ओर बढ़ते है तो 30 किमी का फासला 300 मालूम पड़ने लगता है। डामर की सड़क गड्ढों की नजीर बन चुकी है। शिवराज सिंह मुख्यमंत्री होते तो शायद इस सड़क के नसीब में गड्ढो की कुरूपता नहीं आती।
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