सुनो! लाला महमदपुर प्रधान सुनने को तैयार नहीं, करेंगे कलेक्ट्रेट का घेराव | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकर नगर (यूपी), NIT:

सुनो! लाला महमदपुर प्रधान सुनने को तैयार नहीं, करेंगे कलेक्ट्रेट का घेराव | New India Times

अंबेडकर नगर जिले के अकबरपुर तहसील मुख्यालय से छः किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम लाला महमदपुर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट के घेराव की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के पहले से ही गांव के जल निकासी का पानी गांव के तालाब में जाता था। सरकार द्वारा तालाब को नेशनल हाईवे में ले लिया गया जिसके कारण तालाब को पाट दिया गया। जल निकासी न होने के कारण पूरे गांव में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई है जिस पर गांव के प्रधान से कई बार शिकायत की गई। गांव के प्रधान ने अपने हाथ खड़े कर दिए, ग्रामीणों ने अपना आक्रोश दिखाते हुए जिला प्रशासन से जल भराव की समस्या को दूर करने की बात कही है अन्यथा की स्थिति में कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव करेंगे और अनशन पर बैठेंगे।

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विगत कई दोनों से जलभराव की समस्या से बहुत परेशान हैं। इस समस्या को लेकर ग्रामीण अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधि तक को अवगत करा चुके हैं, परंतु ग्रामीणों की इस समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। मार्च के महीने में ही गांव की नालियों का पानी सड़कों पर आ गया है। गांव में दलित समाज के तीन सौ घर हैं। मार्ग पर इतना जलभराव हो जाता है कि चलना बिल्कुल दूभर हो जाता है। जिस कारण ग्रामीणों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जलभराव के चलते सबसे ज्यादा समस्या का सामना बच्चे बुजुर्ग स्कूली छात्र छात्राओं को करना पड़ता है। जल भराव को देखते हुए लोग नहाना धोना छोड़ दिए हैं।

हालात यह है कि रोज किसी न किसी का पैर फिसलता है व किसी न किसी के गंदे पानी से कपड़े खराब होते हैं। साथ ही गलियों में जलनिकासी नहीं होने के कारण सारा पानी गलियों में भी भरा रहता है। सड़क पर जलभराव के कारण गांव में गंदगी व मच्छर पैदा हो गए हैं। तथा इस जलभराव से गांव में बीमारी फैलने का खतरा भी बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जल भराव को लेकर कई बार मारपीट भी हो चुकी है। मामले को शांत करवाने के लिए पुलिस को भी आना पड़ा। ऐसी स्थिति में अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है।


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