शनिवार व रविवार 2 दिन रामपुर में भीमसेना प्रमुख सतपाल तंवर, खुफिया एजेंसियां सतर्क, पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूले | New India Times

फ़ैज़ान खान, रामपुर/नई दिल्ली, NIT:

मीडिया एजेंसियों से जानकारी निकल कर सामने आ रही है कि मिलख तहसील के सिलई बड़ागांव में दलित छात्र सोमेश हत्याकांड मामले को लेकर भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर ने रामपुर में डेरा डाल दिया है। तंवर के रामपुर में होने की सूचना मिलते पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। तंवर की पीआरओ सोनिका सिंह ने बताया कि शनिवार और रविवार को दो दिन नवाब सतपाल तंवर रामपुर में ठहराव करेंगे। इस दौरान भीम सेना के मुखिया सतपाल तंवर बड़ागांव में दो दिन तक दलित पंचायत करेंगे।

बताया जा रहा है कि इस सप्ताह तंवर बड़ागांव पहुंचे थे, उन्होंने पुलिस प्रशासन को 3 दिन का अल्टीमेटम देखकर बड़े दलित महाआंदोलन की चेतावनी दी थी। सोनिका सिंह ने बताया कि रामपुर पुलिस प्रशासन को दिया गया 3 दिन का अल्टीमेटम पूरा हो चुका है। इसलिए दो दिन लगातार दलित पंचायत के दौरान आने वाले समय में होने वाले महाआंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।

गत दिनों सतपाल तंवर ने सोमेश के माता-पिता से मिलकर उन्हें सांत्वना दी थी और उनका दुःख बांटा था। साथ ही उन्हें भरोसा दिलाया था कि न्याय की इस लड़ाई में वे मरते दम तक उनका साथ निभाएंगे। तंवर ने मामले की सीबीआई जांच और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की थी।

तंवर ने घायलों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग भी प्रशासन के सामने रखी थी। जानकारी के अनुसार इन दो दिनों तक भीम सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर सिलई बड़ागांव में मौजूद रहेंगे और रामपुर में ठहराव करेंगे। सूचना मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई है, तंवर के रामपुर में रुके होने की सूचना मिलते ही रामपुर पुलिस की नींद उड़ गई है। बताया जा रहा है कि भीम सेना के मुखिया सतपाल तंवर बड़ागांव और आसपास मिलख आदि के रहने वाले दलितों के साथ मिलकर बड़े महाआंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। इससे सरकार और पुलिस प्रशासन के होश उड़े हुए हैं।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading