मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
बुजुर्गों को निःशुल्क टिफिन वितरित करने का दावा करने वाले शहर के लालबाग क्षेत्र से संचालित रोटी बैंक संस्था को विगत 4 वर्षों से लगातार दानदाताओं का आशीर्वाद मिल रहा है। प्रतिदिन रूपए पैसे खाद्य सामग्री इत्यादि के अतिरिक्त संस्था को जमीन गाड़ियां भी धर्मात के नाम पर प्राप्त हो चुकी हैं। अनेक बुद्धिजीवियों ने जब इसके हिसाब किताब की जानकारी संचालक/मैनेजर संजय शिंदे से प्राप्त करने की कोशिश करी तो उन्होंने दिनांक 11 जनवरी 2024 से रोटी बैंक का संचालन बंद होने की घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कर दी।
शहर में जन चर्चा का विषय बना हुआ है कि अचानक संस्था को बंद करने की आवश्यकता क्या किसी आर्थिक अनियमिताओं को छुपाने के लिए किया गया निर्णय है ? बुरहानपुर मज़दूर यूनियन अध्यक्ष ठाकुर प्रियांक सिंह ने जनहित का मामला देखकर बुधवार को कलेक्टर भव्या मित्तल से मिलकर शिकायत पत्र देते हुए रोटी बैंक में हो रही आर्थिक अनियमितताओं की निष्पक्ष जांच कराने का आग्रह किया एवं संचालक संजय शिंदे द्वारा खरीदी जा रही स्वयं की निजी संपत्तियों की जांच की भी मांग करी।
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