वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
सदर तहसील व ब्लाक की ग्राम पंचायत सकेथू के ग्राम शेरपुर के प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री वॉल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। जिसमें जमकर भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। विद्यालय में हो रहा निर्माण ग्राम पंचायत के द्वारा मनरेगा के द्वारा किया जा रहा है जिसमें मानकों को ताक पर रखकर घटिया सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। बाउंड्री वॉल में पीला ईटों व कुछ दोयम दर्जे की ईटों का ही प्रयोग कर आर सी सी बीम में दो सरिये का प्रयोग किया गया है। आर सी सी की बीम व कालम में भी 4 गिट्टी, 4 महीन मौरंग व 1 सीमेंट के अनुपात में निरंतर प्रयोग किया गया है।
भ्रष्टाचार का आलम यह है कि बनाये गये कालमों के निचले हिस्से को जमीन में एक-डेढ़ फीट ही गहरा रखा गया है जो बीम के सहारे ही खड़े हैं ग्रामीणों के द्वारा कई बार सम्बन्धित अधिकारियों को फोन से शिकायत दर्ज कराई गई किन्तु गुलाबी कागजों ने कान तक आवाज नहीं जाने दी जहां एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विद्यालयों के विकास हेतु लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर रहें हैं वहीं भ्रष्टाचारियों की मौज मस्ती हो रही है। ग्रामीणों से बात की गई तो ग्रामीणों ने बताया कि इस बाउंड्री वॉल में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है। इस ग्राम में ये इकलौता कार्य किया जा रहा है। उसमें भी घटिया किस्म की सामग्री लगाकर बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा है।
विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष अनुराग कुमार ने बताया कि मेरे द्वारा कई बार निर्माणकार्य करा रहे प्रधान प्रतिनिधि व प्रधान पति डी के राज से प्रयोग की जा रही निर्माण सामग्री को गुणवत्ता विहीन होने की शिकायत की गई किन्तु अपने पद और राजनीतिक पैठ के कारण नजरअंदाज कर दिया गया। फिर मेरे द्वारा ग्राम विकास अधिकारी व सम्बंधित जेई से शिकायत की गई किन्तु कोई फायदा नहीं हुआ। समझ में नहीं आ रहा की उत्तर प्रदेश सरकार की स्वच्छ छवि को ज़िम्मेदार धूमिल कर रहे हैं।
बृज बिहार शुक्ला ने बताया कि निर्माण में सामग्री की गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है निचली सतह की बीम में 2 सरिये व मोटाई 5 इंच रखी गई है। उसमें दिखाने के लिये ऊपर से एक परत ईंटों की लगाई गई है। जिससे कमी पर पर्दा डाला जा सके।
विजय कुमार मिश्रा का कहना है बाउंड्री वाल में निम्न क्वालिटी की ईंटों का प्रयोग किया गया है। मेटेरियल भी अच्छा नहीं लगाया गया है कलमों पर सही से पानी भी नहीं डाला गया। जिससे कालम की मजबूती काफ़ी कम हो गई है। सरियों की संख्या कम होने के कारण बाउंड्री वाल काफी कमज़ोर है। इसमें यदि भ्रष्टाचार न किया जाता तो 6-7 लाखों में बहुत अच्छी बाउंड्री बन सकती थी।
वही शेरपुर निवासी हरिओम शुक्ला ने बताया कि बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। छोटे-छोटे बच्चे खेलने के साथ दीवारों के किनारे पहुँच सकते हैं जिससे बड़ा हादसों जैसी सम्भावना बनी रहेगी।
क्या बोले जिम्मेदार…
इस बाबत में जब सकेथू प्रधान पति डी के राज से उक्त मामले में जानकारी के लिए सम्पर्क किया गया किन्तु फोन न उठने के कारण प्रधान पति के पक्ष की जानकारी न मिल सकी।
वही ग्राम पंचायत सचिव कौशल वर्मा से उक्त विद्यालय की बाउंड्री वॉल निर्माण के मामले में जानकारी चाही गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए बताया अभी बात करता हूं और फोन काट दिया वही लोगों ने बताया कि पंचायत सचिव इसी तरह टाल मटोल करते हुए नज़र आते हैं।
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