फैज़ान खान, नई दिल्ली, NIT:
बीते मंगलवार देर रात सेक्टर 50 थाना इलाके में भीमसेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर पर हुए जानलेवा हमला मामले में पुलिस पर कर्तव्यों की उपेक्षा करने के आरोप लग रहे हैं। हमलावरों ने पत्थरबाजी करके और लाठी-डंडों से सतपाल तंवर की गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए थे और उनको काफी नुकसान पहुंचाया था। आरोप है कि अज्ञात हमलावर पहले से घात लगाकर बैठे थे। तंवर अपनी गाड़ी को घर के सामने पार्क कर रहे थे तभी उनके ऊपर हमला बोल दिया गया। आरोपी 20 से 25 की संख्या में बताए गए हैं, हमले के दौरान आरोपियों ने सार्वजनिक तौर पर उन्हें जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित किया। लेकिन अभी तक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं की है। पुलिस पर मामले के ढिलाई बरतने और आरोपियों को बचाने के आरोप लग रहे हैं। वहीं भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। इसको लेकर दलित समाज में बेहद आक्रोश है जो बड़े आंदोलन का भी रूप ले सकता है।
सतपाल तंवर की पीआरओ सोनिका सिंह चौहान ने बताया कि मामला बेहद गंभीर, संवेदनशील और हाई प्रोफाइल है। इसके बावजूद पुलिस की कार्रवाई सिर्फ खानापूर्ति तक सीमित है। अभी तक जांच अधिकारी एसीपी डॉ० कविता मौका मुआयना करने भी नहीं पहुंची है। निचले स्तर के पुलिसकर्मियों को सीसीटीवी फुटेज आदि देखने की ड्यूटी लगाई हुई है। जबकि घटनास्थल पर 3 से 4 कैमरे लगे हुए हैं परंतु अब तक पुलिस ने सभी कैमरों की फुटेज अपने कब्जे में नहीं ली है। सोनिका सिंह चौहान का कहना है कि उन्हें पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है पुलिस सीसीटीवी फुटेज को गायब भी करवा सकती है। सोनिका ने बताया कि एससी/ एसटी एक्ट के सेक्शन 18ए में प्रावधान है कि एससी/ एसटी एक्ट से संबंधित कोई भी शिकायत आते ही सबसे पहले तुरंत एफआईआर दर्ज करनी होगी। इतना ही नहीं माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी अपने आदेश में स्पष्ट और कड़े दिशा-निर्देश दिए हुए हैं कि एससी/ एसटी एक्ट की शिकायत आते ही सबसे पहले एफआईआर दर्ज करनी ही होगी। लेकिन यहां पुलिस अपने कर्तव्यों की उपेक्षा कर रही है और एससी/ एसटी एक्ट के सेक्शन 4 के तहत अपराध करने का काम कर रही है। कार्रवाई ना किए जाने से रूष्ट सोनिका चौहान ने पुलिस अधिकारियों पर आपराधिक मुकदमा चलाए जाने की बात कही है।
भीम सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर पर हुए हमले से दलित समाज और भीम सेना के कार्यकर्ताओं में गहरा रोष है। तंवर की पीआरओ सोनिका सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस के तानाशाही रवैए को देखते हुए भीम सेना आंदोलन का फैसला लेने पर मजबूर हो जाएगी। सोनिका ने कहा कि अब तक जो विलंब हो चुका है उसे हम माफ कर देंगे लेकिन पुलिस ने अभी तत्काल एफआईआर दर्ज करके आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो दलित समाज के लोग अन्य दलित संगठनों के साथ मिलकर और भीम सेना गुड़गांव शहर ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा में आंदोलन करेगी। सतपाल तंवर की पीआरओ ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि यह जानलेवा हमला बर्दाश्त के काबिल नहीं है और उससे भी ज्यादा पुलिस का ढुलमुल रवैया, कर्तव्यों की उपेक्षा बिलकुल बर्दाश्त के काबिल नहीं है। भीम सेना ने प्रशासन और सरकार को कड़े शब्दों में आंदोलन की चेतावनी दी है और कहा है कि पूरे हरियाणा राज्य में आंदोलन होगा और पूरे गुड़गांव में चक्का जाम कर दिया जाएगा। भीम सेना की इस चेतावनी से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है। सरकार को मामले में पल-पल की रिपोर्ट दी जा रही है।
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