फैज़ान खान, गुरुग्राम/नई दिल्ली, NIT:
पारिवारिक दुःख से परेशान भीमसेना चीफ सतपाल तंवर और उनकी पत्नी निशा तंवर एडवोकेट के साथ रात ढाई बजे के बाद अचानक हादसा हुआ जिससे दोनों को आनन-फानन में रात 3 बजे तक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मिली जानकारी के अनुसार निशा तंवर एडवोकेट का 2 अक्तूबर को डिलीवरी ऑपरेशन हुआ था जिस दौरान उनके नवजात पुत्र विश्वराज तंवर की मृत्यु हो गई थी। इससे सतपाल तंवर और उनका परिवार पूरी तरह से टूट चुके हैं। इससे पहले उनके एक पुत्र युवराज तंवर की भी 2019 में मृत्यु हो चुकी है। कई दिन अस्पताल में रहने के बाद वो घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रही थीं।
सतपाल तंवर की सहयोगी वंशिका ने मीडिया को बताया कि निशा तंवर एडवोकेट रात को सो रही थी उन्हीं के पास सतपाल तंवर भी सो रहे थे। रात ढाई बजे और 3 बजे के बीच अचानक निशा तंवर की तबियत खराब हो गई और उनकी सांसें रुकने लगीं। सांसें रुकने से घबराकर निशा तंवर अपने पति को आवाज लगाकर दौड़ पड़ीं। यह देख सतपाल तंवर बेड से उठकर उनके पीछे दौड़े तो कंबल में पैर उलझने के कारण बुरी तरह गिर पड़े। सतपाल तंवर के हाथ, पैर, मुंह, नाक पर चोटें आई हैं। उनके सहयोगी विवेक कुमार, वंशिका और चीफ कमांडो ऑफिसर एक निजी अस्पताल में ले गए जहां इमरजेंसी में ट्रीटमेंट देने के बाद दोनों को भर्ती कर लिया गया।
वहीं 2018 भारत बंद के मामले में सतपाल तंवर के ऊपर मुकदमा दर्ज है। गुरुग्राम सत्र एवं जिला न्यायालय में केस पर सुनवाई चल रही है जिसमें आज गुरूवार को सतपाल तंवर की पेशी थी ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने सतपाल तंवर को एक पेशी पर छूट देने के लिए पत्र भिजवाया जिसे एडवोकेट आदित्य जायसवाल ने सीजेएम रमेश चंद्र के समक्ष पेश किया। पेशी पर छूट के आवेदन को अदालत ने स्वीकार करते हुए अगली तारीख पर पेश होने का आदेश दिया है। इस मामले में भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ़ से अग्रिम जमानत पर हैं। मामले में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। फिलहाल तंवर अस्पताल में हैं और शुक्रवार को भी एक मामले में उनकी पेशी है।
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