मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के किसरोल में की जा रही है अवैध भट्टी संचालित, नहीं हो रही कोई कार्यवाही | New India Times

आलम वारसी, ब्यूरो चीफ, मुरादाबाद (यूपी), NIT:

मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के किसरोल में की जा रही है अवैध भट्टी संचालित, नहीं हो रही कोई कार्यवाही | New India Times

जहां एक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अवैध कारोबार व अवैध भट्टियों पर लगाम लगाने के लिए सख्त से सख्त कानून बना रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी जनपद मुरादाबाद में प्रदूषण विभाग की नाक के तले अवैध रूप से कई भाटिया संचालित है मामला जनपद मुरादाबाद के थाना नागपानी क्षेत्र के किसरोल मोहल्ला में सुलेमान व यासीन नाम के व्यक्ति अवैध रूप से एक भट्टी संचालित कर रहे है भट्टी से निकलने वाला धुंआ पड़ोसियों के घर में जाता है जिससे पड़ोसियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वहीं पड़ोस में रहने वाले परिवार के सदय पीड़ित अब्दुल्ला ने बताया कि हमारे घर के बराबर में सुलेमान व यासीन नाम के व्यक्ति अवैध रूप से भट्टी संचालित कर रहे हैं भट्टी से निकलने वाला धुआं हमारे घर में आता है जिस कारण मेरी मां हसीन जहां पत्नी मुफ़्ती अब्दुल हसन को भट्टी के धुएं से सांस लेने में दिक्कतें होती हैं उनकी तबीयत खराब हो रही है पीड़ित अब्दुल्ला ने कहा कि उसने कई बार थाना नागफनी पुलिस को इसकी सूचना दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। हारकर प्रदूषण विभाग को प्रार्थना पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है मगर प्रदूषण विभाग कोई सख्त एक्शन अभी तक नहीं ले रहा है

जनपद मुरादाबाद में शहर के आबादी वालों इलाकों में लगातार अवैध रूप से अलग-अलग क्षेत्र में भट्टियां संचालित किया जा रही है मगर प्रदूषण विभाग अपनी आंख पर पट्टी बांधकर बैठा है ऐसा ही मामला मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के किसरोल मोहल्ला शुक्ला का कुआं के पास का है जहां अब्दुल्ला ने बताया कि सुलेमान व यासीन उनके घर के बराबर में अवैध रूप से भट्टी संचालित कर रहे है भट्टी का धुआं सुबह होते ही उनके घर में आता है जिसकी वजह से उनकी मां की बेहद तबीयत खराब रहती है कई बार पीड़ित प्रदूषण विभाग व थाना नागफनी पुलिस से कई बार शिकायत कर चुका है मगर प्रदूषण विभाग कोई कार्यवाही सुलेमान के खिलाफ नहीं करता देखने वाली बात यह होगी अब किया कार्रवाई प्रदूषण विभाग द्वारा की जाती है और पीड़ित को कब तक इंसाफ मिल पाता है?


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading