झाबुआ का प्रसिद्ध कड़कनाथ बना स्थायी आजीविका का आधार | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/जिया उलहक कादरी, झाबुआ (मप्र), NIT:

झाबुआ का प्रसिद्ध कड़कनाथ बना स्थायी आजीविका का आधार | New India Times

झाबुआ जिले के रामा क्षेत्र में एचडीएफसी बैंक परिवर्तन एवं बाएफ लाइव्लीहुडस द्वारा संयुक्त रूप से संचालित समग्र ग्राम विकास कार्यक्रम के प्रभावों का अवलोकन किया गया।

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परियोजना प्रतिभागियों से चर्चा हेतु मुंबई से आयी एचडीएफसी बैंक की सी एस आर हेड नुसरत पठान एवं अन्य स्टाफ सदस्यों द्वारा विभिन्न गतिविधियों जैसे ग्राम माछलियों की हेचरी यूनिट, भुराडाबरा की जैविक यूनिट, किचेन गार्डन, बोरी बगीचा, व्यवसायिक पोल्ट्री यूनिट सहित एजोला कल्टीवेशन जैसी गतिविधियों का भ्रमण किया गया तथा ग्राम सेमल खेड़ी में ग्राम विकास समिति एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ बैठक की गई।

गांव में संपन्न हुई गतिविधियों के बारे में चर्चा कर ग्राम के विभिन्न प्रतिभागियों ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस परियोजना के द्वारा मिले हुनर एवं सहयोग ने हमे बाहर मजदूरी के लिए जाना बंद करवा दिया और गांव में ही परिवार के साथ एवं समाज के बीच में रहकर अपना यापन करने का अवसर प्रदान किया।

इस कार्य में हमे बाएफ, कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ एवं शासकीय विभागों से भी उत्कृष्ट कार्य का सम्मान प्राप्त हुआ है, साथ ही क्षेत्र की महिलाओं द्वारा कड़कनाथ को पाल कर स्वयं को स्थापित किया।
इसी के साथ सीएसआर हेड नुसरत पठान ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बाएफ की टीम के कार्यों की सराहना कर प्रोत्सहित किया।

विजिट के दौरान राज्य प्रमुख बाएफ पवन पाटीदार, एचडीएफसी के मृत्युंजय कुमार, गौरव तिवारी, हर्षल जरीवाला, शाहरुख, फिरदोश, गौरव वर्मा, जयंत द्विवेदी, बाएफ के जे.एल. पाटीदार, शशांक सिंह, डी.एन. बैरागी, सोमला गामड़, कन्हैया, कालू, राजू, खीमा, दिनेश एवम स्वयं सहायता समूह की दीदीया और समस्त ग्रामवासी उपस्थिति रहे।

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