जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
पंचायती राज व्यवस्था कोई नई व्यवस्था नहीं है, बल्कि यह भगवान राम के समय से चली आ रही है जिसको ख़त्म करने का काम इस 18 साल की भाजपा सरकार ने किया है। पंचायती राज व्यवस्था कांग्रेस के द्वारा ही लागू की गई थी जिसको इस सरकार के द्वारा धीरे-धीरे खत्म करने का काम किया गया है। हम उन सभी अधिकारों और सरपंचों के सम्मान को फिर से स्थापित करने का काम करेंगे। उक्त बातें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने राजधानी के रवीन्द्र भवन राष्ट्रीय सरपंच संघ मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित सरपंच महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहीं।
श्री कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर हम फिर से मध्य प्रदेश में यह व्यवस्था पूरी तरह से लागू करेंगे। बात चाहे मनरेगा की हो, सरपंचों के वेतन की हो, मनरेगा में जो पावर थी उसे दोबारा लागू करेंगे और सरपंचों के वेतन को दोबारा शुरू किया जाएगा।
श्री कमलनाथ ने कहा कि सरपंच, उप-सरपंच और पंचों के अधिकारों और सम्मान को हम फिर से वापस दिलाने का कार्य करेंगे। पंचायत में कागजी कामों को कम करने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब जमाना बदल चुका है। यहां पर्चा भरो, वहां कागज जमा करो, यह व्यवस्था नहीं चलेगी। अब इंटरनेट का जमाना है, इसीलिए हम कागजी कामों को कम करते हुए सरल काम करने का तरीका बनाएंगे। हमारी सरकार आने पर हम आपकी सभी मांगों को पूरा करने का प्रयास ही नहीं, बल्कि उनको जमीन पर करके भी दिखाएंगे।
श्री कमलनाथ ने कहा कि जो न्याय की व्यवस्था हमारी पंचयतों में थी उसको आज के समय के हिसाब से शुरू करेंगे और योजनाओं को गांव स्तर तक ले जाने का ठोस कार्यक्रम तैयार करेंगे। आज 18 वर्षों में प्रदेश का क्या हाल हो गया हैं, यह आप सभी से छुपा नहीं है। इसलिए आप सभी को सच्चाई का साथ देना होगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रदेश भर के पंच, सरपंच उपस्थित थे।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.