मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

गुरूवार को बुरहानपुर जिले में पोला त्यौहार हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। जिला कलेक्टर बुरहानपुर द्वारा पूरा त्यौहार को स्थानीय अवकाश के अंतर्गत अवकाश घोषित किए जाने से इसका उत्साह और अधिक बढ़ गया। परंपरागत रूप से किसानों द्वारा यह पर्व मनाया जाता है। क्षेत्रीय भाजपा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल संपन्न किसान परिवार से होने के कारण उनके परिवार जनों द्वारा पोला त्यौहार को हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। बैल पोला पर्व के मौके पर बुरहानपुर में उन के पैतृक निवासित गांव ग्राम बोरहड़ा में विधि-विधान से सांसद श्री ज्ञानेश्वर पाटील ने अपनी धर्मपत्नि एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जयश्री पाटील व परिवारजनों ने बैल पूजा की।

इस दौरान सांसद श्री पाटील पारंपरिक वेशभूषा में नज़र आए। श्रीमती जयश्री पाटील ने बैल को तिलक लगाया। उनकी आरती उतारने के बाद फिर गुड़ की रोटी और चावल के व्यंजन उन्हें खिलाए। पूजन से पहले बैलों का पारंपरिक श्रृंगार किया गया था। गौरतलब है कि भाद्रपद अमावस्या से एक दिन पूर्व किसान गाय एवं बैलों को रस्सी से आज़ाद कर देते हैं, इनके शरीर पर हल्दी का उबटन एवं सरसों का तेल लगाकर मालिश करते हैं। अगले दिन यानी बैल पोला के दिन गाय-बैलों को स्नान कराया जाता है। इसके बाद उनका श्रृंगार करते हैं। गले में घंटी युक्त नई माला पहनाते हैं। उनके सींगों को रंगा जाता है, उसमें धातु के छल्ले एवं वस्त्र पहनाते हैं और माथे पर तिलक लगाकर उन्हें हरा चारा और गुड़ खिलाते हैं। कुछ क्षेत्रों में पोली नैवेद्य (चावल एवं दाल से बना विशिष्ठ पकवान व्यजंन) और गुड़वनी (गुड़ से बना पकवान) भी खिलाया जाता है। घर के सभी सदस्य बैलों के सामने हाथ जोड़कर कृषि में सह भूमिका निभाने के लिए अभार व्यक्त करते है। पूजन के दौरान श्री दिनकर पाटील, श्री संतोष पाटील, श्री बाड़ू पाटील, श्री शिवा पाटील, भाजपा युवा नेता श्री गजेंद्र पाटील,श्री नरेंद्र पाटील सहित परिवारजन मौजूद रहे। सांसद श्री पाटील ने गौ वंश पालकों सहित किसानों भाइयों को पोला पर्व की शुभकामनाएं दी।

पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस दीदी ने पोला पर्व की दी शुभकामनाएं
मीडियम के माध्यम से अखबार की सुर्ख़ियों में रहने वाली बुरहानपुर की जागरूक महिला नेत्री, पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस दीदी ने भी ज़िला वासियों को पोला पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। उन्हों ने कहा कि उत्साह, खुशी, समृद्धि व पशु धन के प्रति प्रेम और कृषि संस्कृति के महापर्व पोला की किसान भाइयों एवं समस्त देशवासियों हार्दिक शुभकामनाएं।बुरहानपुर के रास्ती पुरा में आयोजित पोला उत्सव में पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) सम्मिलित हुई। उन्हों ने ईश्वर से प्रार्थना की कि ईश्वर सारे किसान भाइयों को समृद्धि प्रदान करें ऐसी प्रार्थना करती हूं।
भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दत्तू मेढ़े ने दी पोला पर्व की बधाई और शुभकामनाएं
ग्रामीण अंचलों की प्राचीन परंपरा अनुसार प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी सभी समुदाय ने पोले के त्यौहार को बड़े धूम और धाम से उत्साह के साथ मनाया। वर्ष भर खेतों में काम करने वाले बेल को किसान आज के दिन नेहला धुला कर सजाकर उसे भोजन दान किया जाता है। साथ ही साथ उसकी पूजा भी की जाती है। ऐसा देखा जाए तो अशोक स्तंभ के नीचे बेल और शेर दोनों का चिन्ह अंकित है। इनका भारत के कृषि भूमि को तैयार करने में बड़ा योगदान है। बदलते दौर में आजकल तो उनकी जगह पर छोटे-छोटे ट्रैक्टर यंत्र निकल चुके हैं जिसके चलते हुए गांव में अभी इनका करेज कम हो चुका है परंतु आज भी उतने ही उल्लास के साथ पोला का यह त्यौहार मनाया जाता है और हमने भारतीय सभ्यता को संस्कृति को बरकार रखने के लिए ऐसे त्योहारों को सभी ने मानना चाहिए।